आश्रय स्थल पर तड़प रहे मवेशी, सड़क पर हो रही दुर्गति
जागरण संवाददाता नगरा (बलिया) बेसहारा पशुओं की देखरेख व पालन पोषण के लिए गोवंश आश्रय
जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : बेसहारा पशुओं की देखरेख व पालन पोषण के लिए गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण कराया है। प्रति वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। बावजूद इसके सैकड़ों बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। ये पशु वाहनों के धक्के और अन्य कारणों से असमय ही काल कवलित हो रहे हैं। इन मृत पशुओं को सड़क की पटरियों पर छोड़ दिया जा रहा है। शवों से निकल रहे दुर्गंध से राह चलना मुश्किल हो गया है। नगरा-रसड़ा मार्ग पर रघुनाथपुर मोड़ से लेकर सिसवार चट्टी तक सड़क की पटरी मृत पशुओं से पटी पड़ी है। इन मृत पशुओं के शवों को हटा कर जमीन के अंदर दफन करने वाला कोई नहीं है। नगरा से रसड़ा जाने वाले लोग रघुनाथपुर के समीप पहुंचते ही रुमाल या गमछे से अपना मुंह ढक लेते हैं। सड़क के किनारे जहां मृत पशु पड़े हैं, वहां से रघुनाथपुर गो-आश्रय केंद्र की दूरी महज एक किमी है।
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कोट
सड़क के किनारे फेंके गए मृत गोवंश गोशाले के नहीं हैं। उनकी मौत या तो वाहन के धक्के से हुई है या कहीं अन्यत्र से मृत अवस्था में लाकर फेंक दिया गया है। सड़क के किनारे से उनके शवों को शीघ्र हटवाया जाएगा।
-- डा.बीएन पाठक, पशु चिकित्साधिकारी