बसपा को झटका, राजभर समाज के 38 लोगों का सामूहिक इस्तीफा
विधानसभा चुनाव 2022 के नजदीक आते ही राजनीतिक गलियारों में पार्टी बदलने की गतिविधि तेज हो चली है।
जागरण संवाददाता, बलिया : विधानसभा चुनाव 2022 के नजदीक आते ही राजनीतिक गलियारों में पार्टी बदलने की गतिविधि तेज हो चली है। बहुजन समाज पार्टी से जुड़े राजभर समाज के पदाधिकारियों व अन्य जाति के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के डा. भीमराव आंबेडकर संस्थान में एक बैठक कर बसपा को सदैव के लिए अलविदा कह दिया। पार्टी के कुल 38 पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा पार्टी कार्यालय को प्रेषित किया। पार्टी के इतने लोगों की सामूहिक इस्तीफे से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो चलीं हैं।
पार्टी के कार्यकर्ता व नेता इस बात से नाराज है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने बसपा के संस्थापक सदस्य, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव रामअंचल राजभर को बिना उनका पक्ष सुने ही पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस मौके पर वक्ताओं का कहना था कि राजभर समाज यह जानता चाहता है कि बसपा सुप्रीमो ने ऐसा निर्णय क्यों लिया। वक्ताओं ने कहा कि गत 19 जनवरी को मायावती के सम्मान में श्री राजभर जेल चले गए लेकिन अपने स्वभिमान से समझौता नहीं किया। ऐसे व्यक्ति को बसपा सुप्रीमो ने अनुशासनहीन कैसे मान लिया। इन्होंने दिया त्यागपत्र : पूर्व जिलाध्यक्ष सत्येंद्र राय, पूर्व विधानसभा क्षेत्र महासचिव सिकंदरपुर भीम राजभर, फेफना विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष दीपनारायण राजभर, महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष सुशीला राजभर, जिला वीवीएफ शिवकुमारी राजभर, जिला भाईचारा कमेटी के शिवजी राजभर, जिला सचिव शिवनारायण राजभर, सेक्टर अध्यक्ष छोटेलाल राजभर के अलावा पार्टी से जुड़े हरेंद्र राजभर, मिटू राजभर,द्वारिका राजभर, प्रभु राजभर, उमेश राजभर, मनोज, राजभर, सत्यनारायण राजभर, अमित वर्मा, राहुल आंबेडकर, राजीव राजभर, मोहन राजभर, अनिरूद्ध राजभर, सतीश राजभर आदि।