रोडवेज बस के धक्के से बाइक सवार मामा व भांजे की मौत
जागरण संवाददाता फेफना (बलिया) थाना क्षेत्र के रामगढ़ में शनिवार की देर रात अनियंत्रित र
जागरण संवाददाता, फेफना (बलिया) : थाना क्षेत्र के रामगढ़ में शनिवार की देर रात अनियंत्रित रोडवेज बस की टक्कर से बाइक सवार आजमगढ़ के अतरौलिया थाना क्षेत्र के कटोही निवासी 40 वर्षीय कृष्ण मुरारी तिवारी और उनका भांजा आंबेडकर नगर के आलापुर थाना क्षेत्र के सैजना निवासी 20 वर्षीय कुलदीप मिश्र की मौत हो गयी। इससे दोनों के स्वजनों में कोहराम मच गया। वे एक मसाला कंपनी में सेल्समैन का काम करते थे। पुलिस ने बस व क्षतिग्रस्त बाइक को कब्जे में ले लिया है।
मामा व भांजा मसाला कंपनी में सेल्समैन का काम करते थे। मामा कृष्ण मुरारी तिवारी शहर टैगोर नगर में किराये के मकान में पत्नी व बच्चों व भांजा के साथ रहते थे। दोनों कंपनी के आर्डर के लिये रसड़ा बाजार बाइक से गये हुए थे। रात को दोनों उधर से वापस शहर की तरफ आ रहे थे। इसी बीच बलिया-रसड़ा मुख्य मार्ग पर रामगढ़ के पास आंबेडकर नगर डिपो की बस अचानक अनियंत्रित हो गयी। वह एक पिकअप में धक्का मारने के बाद बाइक सवारों को अपनी चपेट में लिया। बाइक सवार दोनों युवक सड़क पर गिरकर खून से लथपथ होकर छटपटाने लगे। वाहनों की टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गये। इसी बीच चालक बस को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। यात्री भी इधर-उधर खिसक गये। लोगों ने दोनों घायलों को जिला अस्पताल भेजवाया। चिकित्सकों ने जांच के बाद मामा व भांजे को मृत घोषित कर दिया। एसएचओ संजय त्रिपाठी तत्काल मौके पर पहुंचकर बस व क्षतिग्रस्त बाइक को कब्जे में ले लिया। साथ ही मृतकों के पाकेट से मिले मोबाइल नंबरों से उसके स्वजनों को सूचना दी गई। मृतक के भाई अभिमन्यु तिवारी रात में ही पहुंच गये। उन्होंने घटना की तहरीर थाने में दे दी है।
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आधा घंटे में घर पहुंचने का पापा ने किया था वादा
बलिया : पापा ने फोन कर खाना तैयार रखने व आधे घंटे में आने का वादा किया था। काफी समय बीतने के बाद भी वह नहीं आए तो हमने फोन किया। इस पर पुलिस अंकल ने पापा के दुर्घटना होने की खबर दी। हमलोग अस्पताल पहुंचे तो पापा व भैया की मौत हो चुकी थी। यह कहते हुए मृतक कृष्ण मुरारी की मझली बेटी रूपम फफक कर रोने लगी। आजमगढ़ के अतरौली थाना क्षेत्र के कटोही निवासी कृष्ण मुरारी तिवारी पिछले पांच वर्षो से नगर के टैगोर नगर में किराये के कमरा लेकर पत्नी संगीता तिवारी व बेटी रूपम, इच्छा, चार वर्ष के बेटे नैतिक व भांजे कुलदीप के साथ रहते थे। वह सब्जी मसाला कंपनी में सेल्स मैनेजर थे। रसड़ा व रतनपुरा बाजार से मार्केटिग कर अपने भांजे कुलदीप के साथ बाइक से शहर की तरह आ रहे थे। कुलदीप दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। लाकडाउन के कारण एक वर्ष से मामा के साथ रह कर उनका सहयोग करता था। दोनों के स्वजनों में कोहराम मच गया है।