रेवती में 10 दिनों तक कायम रहा अपना शासन
जागरण संवाददाता बलिया पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से अब बलिया का भी सीधा जुड़ाव होगा। उत्तर प्रदेश
जागरण संवाददाता, रेवती (बलिया) : अगस्त क्रांति में 15 अगस्त सन् 1942 को रेवती के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने पूरे ब्लाक को अंग्रेजों से मुक्त कराकर पंचायती व्यवस्था बनाकर 10 दिनों तक अपना शासन स्थापित किया। जिसे याद कर आज भी क्षेत्र के लोग अपने आपको गौरवांवित महसूस करते हैं।
9 अगस्त से अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन का असर यहां सबसे तेज रहा। क्रांतिवीरों ने मात्र छह दिन के अंदर पुलिस चौकी वर्तमान में थाना, पोस्ट आफिस रेलवे स्टेशन को आग के हवाले कर दिया। उस आजादी का जश्न भी मना था तथा लोग घरों पर तिरंगा भी लहराए।
सेनानियों को मिली ऐतिहासिक सफलता के बाद आक्रोशित ब्रिटिश हुकूमत ने क्रूर कप्तान नेदरसोल के नेतृत्व में फोर्स रेवती भेजा। कप्तान ने जमकर तांडव मचाया। तमाम यातनाओं के बावजूद सेनानियों ने आजादी के लौ को जलाए रखा। सेनानी पथ पर बनेगा भव्य गेट
स्थानीय नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि अजय शंकर पाण्डेय कनक ने बताया कि बस स्टैंड पर सेनानी रघुराई राम केशरी के नाम पर तथा सेनानी पथ पर दो भव्य गेट बनवाने की योजना है। 70 के दशक में भारत सरकार ने मिडिल स्कूल रेवती के प्रांगण में शिला स्तंभ लगाया जिस पर 64 सेनानियों का नाम अंकित है।