रसड़ा में समुचित इलाज बिना दम तोड़ रहे लोग
लाखों की आबादी के बीच रसड़ा अस्पताल में लगभग 22 दिनों से ओ
जागरण संवाददाता रसड़ा (बलिया) : लाखों की आबादी के बीच रसड़ा अस्पताल में लगभग 22 दिनों से ओपीडी सेवा बंद होने, चिकित्सकों के मनमाने रवैये व आधुनिक संसाधनों के अभाव के चलते मरीजों का समुचित इलाज न होने कारण यहां मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आपातकालीन मरीजों को नाम मात्र की चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान कर उन्हें यहां से तत्काल रेफर करने की परंपरा इस संकट के दौर में बदस्तूर जारी है। यहां पर 30 बेड की सुविधा है कितु आक्सीजन, चिकित्सक सहित अन्य संसाधनों का घोर अभाव है। विभागीय व जनप्रतिनिधि इस दिशा में कोई ठोस प्रबंध कराने में विफल साबित हो रहे हैं। ओपीडी सेवा बंद होने से सामान्य मरीज भी अपना उपचार नहीं करा पा रहे हैं। उन्हें चट्टी व गांव के झोलाछाप चिकित्सकों का सहारा लेना पड़ रहा है। रसड़ा के अधिकांश गांवों में बुखार तथा सांस लेने में दिक्कत व अन्य कारणों से कई दर्जन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यदि रसड़ा सीएचसी प्रशासन कोविड सतर्कता के बीच ओपीडी सेवा शुरू कर देती है तो निश्चित तौर पर अधिकांश बेमौत मरने वाले लोगों की जान बचाई जा सकती है।