50 लाख खर्च, आपरेशन कायाकल्प का बेड़ा गर्क

आपरेशन कायाकल्प योजना के तहत सरकारी विद्यालयों को संसाध

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 04:55 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:55 PM (IST)
50 लाख खर्च, आपरेशन कायाकल्प का बेड़ा गर्क
50 लाख खर्च, आपरेशन कायाकल्प का बेड़ा गर्क

जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : आपरेशन कायाकल्प योजना के तहत सरकारी विद्यालयों को संसाधन उपलब्ध कराने व उनके सुंदरीकरण के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसकी वजह से लाखों खर्च के बावजूद योजना का बेड़ा गर्क हो गया है। बैरिया विकासखंड के 22 ग्राम पंचायतों के विद्यालयों में आधा-अधूरा कार्य कराकर लगभग 50 लाख रुपये का भुगतान करा लिया गया है। सामान की खरीद में भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। इसके लिए ग्राम पंचायतों में नियुक्त प्रशासकों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक कायाकल्प के नाम पर खर्च की गई धनराशि को सुनकर हैरान हैं। उन्होंने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।

टाइल्स के नाम पर खिलवाड़, बेंच खरीद में गोलमाल :

प्राथमिक विद्यालय सिवरहिया में टाइल्स लगाने के नाम पर गजब का खेल किया गया है। यहां एक दर्जन के करीब टाइल्स लगाकर काम छोड़ दिया गया है। यहीं पहले से लगे हैंडपंप में सबमर्सिबल लगाकर 36 हजार रुपये का भुगतान कराया गया है। वहीं प्राथमिक विद्यालय श्रीकांतपुर नारायणगढ़ में बच्चों के बैठने के लिए 35 बेंच की खरीदारी में एक लाख 99 हजार 850 रुपये खर्च दिखाया गया है। इस तरह की एक बेंच बाजार में दो हजार रुपये में आसानी से मिल सकती है। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय सिवरहिया व दुखहरण गिरी के मठिया पर भी बेंच के नाम पर गोलमाल किया गया है। प्रधानों का कार्यकाल खत्म होने पर सक्रिय हुए प्रशासक

ग्राम पंचायतों में प्रधानों का कार्यकाल खत्म होने के बाद चार्ज प्रशासकों को मिला। विद्यालयों के कायाकल्प के नाम पर धन की बंदरबांट की गई। घटिया किस्म के सामान की खरीदारी कर उन्हें महंगा दिखाया है। विद्यालयों के किए गए इंतजाम को लेकर अभिभावक और छात्र भी रोज सवाल उठा रहे हैं। मामला संज्ञान में नहीं है। इस संबंध में शिकायत मिलती है तो प्रकरण की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई जी जाएगी। --प्रशांत कुमार नायक, उपजिलाधिकारी।

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