बारिश थमी पर जलभराव ने बढ़ाई परेशानी
निचले इलाकों में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त
बहराइच : तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश बुधवार को थम गई, हालांकि जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बड़ी तादाद में कच्चे मकान गिर गए हैं। खेतों में पानी भर जाने से मेंथा व उड़द की फसलों के खराब होने से किसान परेशान हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ.एमपी सिंह ने बताया कि अधिकतम तापमान बढ़कर 33.5 डिग्री सेल्सियस हो गया। हवा मात्र चार किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दक्षिण-पूर्व की दिशा में चली। आगामी तीन दिनों तक हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। कई जगह कच्चे मकान ढह गए हैं। मिहींपुरवा तहसील के ग्राम पंचायत चहलवा के मंगलपुरवा निवासी रीमा का घर बारिश की वजह से ढह गया। महिला ने अपने स्वजन के साथ भाग कर जान बचाई। बेघर हुआ परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है। मजरा मौरहवा गांव निवासी रिकू का कच्चा मकान भारी बारिश के कारण ढह गया।
पशु अस्पताल में भरा घुटनों तक पानी
फखरपुर: पहली बरसात ने फखरपुर ब्लॉक मुख्यालय के सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। ब्लाक परिसर कीचड़ भरा है। परिसर में जलभराव और कीचड़ से स्थिति नारकीय बनी हुई है। पशु अस्पताल में घुटनों तक पानी भरा हुआ है। पशु चिकित्सक के कमरे के चारों ओर कीचड़ व जलभराव हो गया है। पशु चिकित्साधिकारी अनिल पाल ने बताया कि ब्लॉक परिसर के बरसात का पानी पशु चिकित्सालय में आने से जलभराव हो जाता है।
जलभराव से ग्रामीण परेशान
गजाधरपुर: ब्लाक के गजाधरपुर के मजरे बसंता गांव जाने वाले मार्ग पर जलजमाव हो गया है। बगल में तालाब है। उफनाकर अब पानी मार्ग पर आ गया है। आने-जाने वालों को तालाब का अंदाजा नहीं हो पाता है। इसके बावजूद कोई सुनवाई न होने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। ग्रामीण रंगीले यादव, संपत, बृजेश, पवन तिवारी, विजय राजमदन त्रिपाठी आदि ने बताया कि सड़क पर मिट्टी पटाई कर खड़ंजा करने से रास्ते का समाधान हो सकता है।
बारिश में ढहा फूस का बना सरकारी स्कूल
बिछिया: फूस से बना सरकारी स्कूल भारी बारिश में तहस-नहस हो गया। यहां रखे अभिलेख भीग गए। स्कूल में रखा कुर्सी, मेज व दस्तावेज को भी भारी नुकसान हुआ है। सुबह ग्रामीणों की सूचना पर प्रधानाध्यापक फकरुद्दीन मौके पर पहुंचे। उन्होंने अभिलेख व सुरक्षित बचे सामान को कब्जे में ले लिया। स्कूल ढहने की सूचना उच्चाधिकारियों दी। वनग्राम बिछिया स्थित विद्यालय में करीब 200 बच्चे पढ़ते हैं।