उमड़-घुमड़ खूब बरसे बदरा, खेत व गलियां लबालब
मौसम विज्ञानी ने बुधवार तक जताई भारी बारिश की संभावना किसानों के चेहरों पर मुस्कान जलजमाव से शहरवासी परेशान
बहराइच : सुबह से ही उमड़-घुमड़ कर बादल बरसते रहे। कभी हल्की फुहार तो कभी तेज हवाओं के साथ बारिश का झोंका लोगों को सराबोर करता रहा। बारिश से दलदली जमीन व हवाओं के चलते कई जगह पेड़ भी गिर गए। समय से बारिश से किसानों के चेहरों पर मुस्कान तारी हो गई। शहर की गलियां बारिश से पानी से लबालब हो जाने से लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
सोमवार को तराई में सुबह से काले बादलों की आमद व तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। दिन भर रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। शाम तक बदली व बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। बारिश के चलते शहर के निचले क्षेत्रों में जलभराव हो गए, जिससे लोगों के आवागमन में मुश्किलें दिखी। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी मौसम विज्ञानी डा. एमपी सिंह ने मेंथा व अन्य फसलों में जलजमाव की दशा में नाली बनाकर पानी निकालने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अब तक धान की नर्सरी नहीं डाली है। उनके लिए यह बारिश वरदान साबित हुई है।
रिसिया : बारिश के चलते सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। थाना परिसर में पानी भर गया है। नालियां चोक होने के कारण जलभराव की समस्या बढ़ गई है। नगर के विभिन्न मुहल्लों में पानी सड़कों पर बह रहा है।
118 मिलीमीटर हुई बरसात
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी मौसम विज्ञानी डा. एमपी सिंह के अनुसार बीते 24 घंटे में लगभग 118 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। अधिकतम तापमान 28 व न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इस दौरान दक्षिण-पूर्व दिशा में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं। उनके मुताबिक बहराइच, श्रावस्ती सहित आसपास के जिलों में 16 जून तक भारी बारिश की संभावना है।
उड़द व मेंथा की फसल को नुकसान
फखरपुर/ बाबागंज : महसी, कैसरगंज, मिहींपुरवा एवं नानपारा तहसील क्षेत्र में भारी बारिश के चलते उड़द व मेंथा की फसलें जलमग्न हो गई हैं, इससे उनके खराब होने की आशंका से किसान परेशान हैं।
उपकेंद्र में भरा पानी, 150 गांवों की बिजली गुल
फखरपुर : बारिश के चलते बिजली उपकेंद्र फखरपुर में पानी भर गया है। इससे 150 गांवों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। एसडीओ सुनील कुमार दुबे ने बताया कि जलनिकासी की व्यवस्था कराई जा रही है। पानी कम होने पर सप्लाई चालू की जाएगी।