बाघ की दहाड़ से गांव में खौफ, वन कर्मियों ने लगाई चौपाल

कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा वन रेंज के गूढ़ गांव में बाघ और तेंदुए की दहाड़ से ग्रामीणों में दहशत है। गुरुवार को लोधनपुरवा में आबादी में तेंदुए के पहुंच जाने से लोग दहशत में आ गए। गांव वालों के शोर मचाने पर तेंदुआ गांव से सटे गन्ने के खेत में छिप गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन रेंज कार्यालय को दी। मौके पर पहुंचकर वन कर्मियों ने ग्रामीणों के साथ हांका लगाकर तेंदुए को जंगल की ओर भगाया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 10:49 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 06:02 AM (IST)
बाघ की दहाड़ से गांव में खौफ, वन कर्मियों ने लगाई चौपाल
बाघ की दहाड़ से गांव में खौफ, वन कर्मियों ने लगाई चौपाल

संसू, मिहीपुरवा(बहराइच) : कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा वन रेंज के गूढ़ गांव में बाघ और तेंदुए की दहाड़ से ग्रामीणों में दहशत है। गुरुवार को लोधनपुरवा में आबादी में तेंदुए के पहुंच जाने से लोग दहशत में आ गए। गांव वालों के शोर मचाने पर तेंदुआ गांव से सटे गन्ने के खेत में छिप गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन रेंज कार्यालय को दी। मौके पर पहुंचकर वन कर्मियों ने ग्रामीणों के साथ हांका लगाकर तेंदुए को जंगल की ओर भगाया।

ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से गांव के आसपास हिसक वन्यजीवों का आना-जाना बना है। अक्सर बाघ की दहाड़ सुनाई पड़ी है, जिससे गांव के लोग दहशत में हैं। ग्रामीणों की सूचना पर रेंजर इरफान अहमद, वन दारोगा महेंद्र मौर्या, आलोक तिवारी ने बाघ और तेंदुए के मूवमेंट जानने के लिए वन टीमों के साथ गूढ़ गांव व आसपास के इलाकों में गश्त की। चौपाल लगाकर हिसक जीवों से बचाव के टिप्स दिए। पर्चे भी बांटे। आबादी वाले इलाकों में लगातार बाघ और तेंदुए को देखे जाने से ग्रामीण भयभीत हैं। वन दारोगा आलोक ने ग्रामीणों को देर शाम अकेले खेतों में न जाने को कहा। मकान के आसपास की झाड़ियों को साफ रखने के साथ छोटे बच्चों को अकेला न छोड़ दें, बच्चों को झाड़ी व सुनसान रास्तों से विद्यालय न भेजने को कहा।

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