पहाड़ों से आया पानी, आफत में ¨जदगानी
महसी/बौंडी/जरवलरोड(बहराइच) : पहाड़ों पर हो रही बारिश और लगातार बैराजों से छोड़
महसी/बौंडी/जरवलरोड(बहराइच) : पहाड़ों पर हो रही बारिश और लगातार बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से घाघरा उफान पर है। एक सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहे पानी से 50 गांव घिर गए हैं। जलस्तर बढ़ने के साथ ही कटान भी तेज हो रही है। पानी से घिरे गांवों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। महसी तहसील के तिकुरी में दो घर व 20 बीघे जमीन कटकर घाघरा की धारा में समा गई है। ग्रामीण अपने पक्के घरों को तोड़कर ईंटों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं। सरयू, शारदा व गिरिजापुरी बैराजों से 2.71 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। कटान पीड़ितों को राहत बांटने में प्रशासनिक अधिकारी जुटे हुए हैं। स्थिति का जायजा भी ले रहे हैं। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर 106.896 मीटर रिकार्ड किया गया जो खतरे के निशान से 83 सेमी ऊपर है।
घाघरा का जलस्तर बढ़ने के साथ निचले स्तर पर बसे महसी तहसील के माझादारिया, मास्टरपुरवा, पचासा, प्रधानपुरवा, कायमपुर, हलकारनपुरवा, शुक्लपुरवा, नगेसरपुरवा, जुगुलपुरवा, कायमपुर, जोगापुरवा, हलकारनपुरवा, जुगुलपुरवा, तारपुरवा, समेत 27 गांव पानी से घिर गए हैं। गलकारा, गैल, ढकिया, पिपरा, पिपरी, किसानगंज, पंडितपुरवा समेत 15 और गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जुगुलपुरवा, अटोडर, कायमपुर, गलकारा, जर्मापुर, बांसगढ़ी संपर्क मार्ग पर बाढ़ का पानी बह रहा है। पूर्व व प्राथमिक विद्यालय अटोडर, गोलागज, जर्मापुर व पिपरा विद्यालय जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ पीड़ित परिवार अपनी गृहस्थी समेटकर तटबंध पर शरण ले रहे हैं। बाढ़ के साथ कटान की त्रासदी ने ग्रामीणों को मुसीबत में डाल दिया है। लालापुरवा व पासिनपुरवा में नदी तेजी से कटान कर रही हैं। बलेसर व अनंतराम के आशियानें धारा में समा गए। ग्रामीण अपने आशियाने को तोड़ रहे हैं। ननकऊ, बड़कन्ने, दुर्गेश, रामसजीवन समेत अन्य ग्रामीणों की 20 बीघे गन्ना, धान व मक्का व गन्ने की फसल धारा में समा गई। पंचायत भवन व आरसीसी सड़क कटान कटान की जद में है। सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अधिशाषी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि सरयू, शारदा व गिरजा बैराज से 2.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि कटान पीड़ित परिवारों को पालीथिन व अन्य राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बाढ़ से तपेसिपाह, अहाता, जुमेरपुर ग्रामपंचायतों के दो दर्जन मजरे बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। इन मजरों का संपर्क मार्ग कट गया है।