लोकोपॉयलेट की चूक, 10 घंटे बाधित रही रेल लाइन
-मालगाड़ियों के बीच टक्कर होते-होते बची
संसू, जरवलरोड(बहराइच) : लोकोपायलट की गलती से स्टेशन पर 10 घंटे रेल लाइन बाधित रही। ट्रेनों को रोककर अप लाइन से रवाना किया गया। गार्ड पाटेश्वरी प्रसाद का कहना है कि लोकोपॉयलट ने बिना हमसे बात किए ट्रेन चला दी थी।
घाघराघाट रेलवे स्टेशन पर सुबह 3.34 बजे डीएन/बीजीएसएन ट्रेन लाइन संख्या चार पर आकर खड़ी हो गई। सुबह 3.55 बजे मालगाड़ी संख्या 2572 डीएन थ्रू को पास होना था। तभी पहले से खड़ी मालगाडी के लोकोपायलट को अपनी गाड़ी के सिग्नल का आभास हुआ और गाड़ी चला दी। गलती का आभास होने पर लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका, लेकिन तब तक दो बोगी व इंजन सिग्नल पार कर चुका था। स्टेशन मास्टर नंद किशोर ने जब गाड़ी को चलते देखा तो उसके हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने थ्रू निकल रही ट्रेन को सिग्नल देकर आउटर पर रोकवाया, जिससे बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई।
लोकोपॉयलट अविनाश, सहायक पायलेट प्रियांशू पटेल ने बताया कि हमने सुबह 3.35 बजे स्टेशन के लाइन संख्या चार पर स्टार्टर से पहले मालगाड़ी को सुरक्षित खड़ा किया। ट्रेन खड़ी करने के बाद हमें थोड़ी सुस्ती महसूस हो रही थी। वीएचएफ पर चलो की आवाज आयी तो हमने सीटी बजाकर गार्ड से बात कर गाड़ी चला दी, तभी लाल सिग्नल देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।