अब चिकित्सा भी करेंगी महिला पुलिसकर्मी
बहराइच आधी आबादी के लिए समर्पित महिला दिवस आठ मार्च को पुलिस विभाग यादगार बनाने जा रहा है।
बहराइच: आधी आबादी के लिए समर्पित महिला दिवस आठ मार्च को पुलिस विभाग यादगार बनाने जा रहा है। अब फरियाद लेकर आने वाली घायल महिलाओं का थाने में ही प्राथमिक उपचार किया जाएगा। महिला पुलिसकर्मी प्रशिक्षित होंगी और थानों में उपचार के मुकम्मल संसाधन उपलब्ध होंगे।
मिशन शक्ति को परवान चढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पुलिस विभाग ने एक और पहल का मसौदा तैयार किया है। अब हर थानों में शांति समिति की तर्ज पर महिला सुरक्षा समिति का गठन किया जाएगा। इसमें महिला प्रधान, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता को शामिल किया जाएगा। समिति महिला अपराधों से जुड़े मामलों में अपनी राय देगी। इनकी हर माह थानों पर बैठकें होंगी। इनके सुझाव पर पुलिस के उच्चाधिकारी कदम उठाएंगे। महिला पुलिस कर्मी हेल्प डेस्क पर आने वाली घायल महिलाओं की प्राथमिक उपचार करेंगी। इसके लिए इंजरी रूम बनाया जाएगा। इस कक्ष में जरूरी दवाएं, इंजेक्शन, पट्टी, बीटाडीन समेत प्राथमिक उपचार से जुड़ी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। यह पहल डीजीपी ने की है। इसे धरातल पर उतारने के लिए पुलिस अधीक्षक ने कवायद शुरू कर दी है। महिला पुलिस कर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
- जिले में 19 थाने व चार कोतवाली हैं। हर थाने की दो-दो महिला पुलिस कर्मियों को पुलिस लाइन सभागार में स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रशिक्षण दे रही है। इन्हें इंजेक्शन लगाना, बैंडेज करना, जरूरी दवाएं जैसे सामान्य उपचार की जानकारी दी जा रही है। आठ को मुख्यमंत्री कर सकते हैं संवाद
हर थानों में गठित हो रही महिला सुरक्षा समिति से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्चुअल संवाद भी करेंगे। इसी दिन समिति की पहली बैठक भी होगी।
हर थानों में महिला सुरक्षा समिति गठित कर दी गई है। 46 महिला पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देकर प्राथमिक उपचार करने में दक्ष बनाया जा रहा है।
-डॉ. विपिन कुमार मिश्र, एसपी