ध्रुव की तरह बच्चों को बनाएं संस्कारवान : किरीट
बहराइच : श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की शुरुआत गुरुवार से हुई। कथा के पहले दिन कथावाचक ि
बहराइच : श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की शुरुआत गुरुवार से हुई। कथा के पहले दिन कथावाचक किरीट भाई ने ध्रुव चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने ध्रुव की तरह की अपने बच्चों को प्रणशील व संस्कारवान बनाने का संदेश दिया।
बलरामपुर रोड स्थित बथवाल मिल परिसर में श्रीमछ्वागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है। कथा के पहले दिन कलश शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद गुरुवार को शाम तीन बजे से कथा शुरु हुई। कथा व्यास किरीट भाई ने पहले दिन कपिल और ध्रुव चरित्र का वर्णन किया। किरीट भाई ने कहा कि ध्रुव तारे का नाम पूरे जग में प्रचारित है। ध्रुव की भक्ति ने ईश्वर को भी उसके समक्ष आने को मजबूर कर दिया था। ईश्वर की भक्ति सच्चे मन से की जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है। ईश्वर अपने भक्तों के लिए नंगे पांव दौड़े चले आते हैं। वर्तमान समय में सांसारिक और भौतिक सुखों का भोग करने के साथ मनुष्य को अपने बच्चों को ध्रुव जैसा ही संस्कारवान और प्रणशील बनाना चाहिए। श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष विमल टेकड़ीवाल ने बताया कि दूसरे दिन अजामिल उपाख्यान की कथा होगी। प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि पंडाल में कथा सुनने आने वाले श्रद्धालुओं को कोलकाता से आए कारीगरों के हाथों बने प्रसाद बांटे जाते है। कथा सुनने के लिए दोपहर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगती है। कथा के दौरान छोटेलाल जायसवाल, माधुरी जायसवाल, पंकज टेकड़ीवाल, हर्षित डालमिया समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।