बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निलंबित डॉक्टर का अस्पताल में हंगामा

बहराइच : जिला अस्पताल में संक्रामक बीमारियों से 71 बच्चों की हुई मौत पर सियासत शुरू हो गई

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 10:47 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 10:47 PM (IST)
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निलंबित डॉक्टर का अस्पताल में हंगामा
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के निलंबित डॉक्टर का अस्पताल में हंगामा

बहराइच : जिला अस्पताल में संक्रामक बीमारियों से 71 बच्चों की हुई मौत पर सियासत शुरू हो गई है। शनिवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में बच्चों की मौत के मुख्य आरोपित निलंबित चिकित्सक डॉ. काफिल जिला अस्पताल पहुंच गए। चिल्ड्रेन वार्ड में बच्चों का सही इलाज न करने का आरोप लगाते हुए खुद परामर्श देने लगे। अस्पताल के डॉक्टरों के विरोध पर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप यादव व सीओ सिटी अरुण चंद्र पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर उन्हें हिरासत में ले लिया। शहर से बाहर एक गेस्ट हाउस में उन्हें रखा गया है।

जिला अस्पताल में अपराह्न करीब 2.15 बजे चिकित्सक ओपीडी खत्म कर बाहर निकले थे कि चिल्ड्रेन वार्ड में किसी डॉक्टर के इलाज करने की खबर मिली। चिल्ड्रेन वार्ड प्रभारी डॉ. केके वर्मा व अन्य डॉक्टर वार्ड में पहुंचे तो डॉ. काफिल तीमारदारों को सही इलाज न करने की बात कहकर भड़का रहे थे। अस्पताल के चिकित्सकों ने विरोध करते हुए उन्हें बाहर निकलने को कहा। इससे नाराज होकर वह अपने अन्य साथियों के साथ वार्ड में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा कर रहे निलंबित डॉक्टर को चिकित्सकों ने पकड़कर सीएमएस डॉ. डीके ¨सह के पास ले गए। सूचना पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को दी गई। सीएमएस ने आरोपित डॉक्टर से पूछताछ किया, लेकिन वह रहस्मयी बुखार से पीड़ित बच्चों का सही इलाज न होने का आरोप लगाते रहे। जिला अस्पताल में चिकित्सकों के बढ़ते विरोध को देखते हुए पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई। बीआरडी कॉलेज में पिछले वर्ष अगस्त में सैकड़ों बच्चों की मौत के मामले में मुख्य आरोपित रहे डॉ. काफिल अभी कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर रिहा हुए हैं। प्रेस कांफ्रेंस पर लगाई रोक

सोशल मीडिया पर सुबह से ही आरोपित डॉक्टर के प्रेस कांफ्रेंस करने व जिला अस्पताल पहुंचने की खबरें चल रही थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अगर पुलिस गंभीर होती तो शायद चिल्ड्रेन वार्ड में हंगामा न होता। चार बजे प्रस्तावित प्रेस कांफ्रेंस पर पुलिस ने रोक लगा दी। डॉ. काफिल का मकसद बच्चों का इलाज करना नहीं, बल्कि मौत पर सियासत करना रहा। वे सुनियोजित तरीके से चिल्ड्रेन वार्ड में जाकर अभिभावकों को भड़का रहे थे। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। डॉ. डीके ¨सह, सीएमएस, जिला अस्पताल, बहराइच

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