वाह रे सिस्टम! एक व्यक्ति की दो बार मौत
देहात कोतवाली के सिविल लाइन मुहल्ला निवासी शैल कुमारी ने बताया कि उनके पति प्रकाश नारायण को छह जनवरी को तबीयत खराब होने पर सुबह आठ बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसका बीएसटी नंबर 565 है।
संतोष श्रीवास्तव, बहराइच
शहर के सिविल लाइन मुहल्ले में रहने वाले एक बुजुर्ग की मौत का मामला चर्चा का विषय बना है। इलाज के दौरान उसकी अस्पताल में मौत हो गई। मौत का आनलाइन प्रमाणपत्र जारी हुआ। नगरपालिका प्रशासन ने मौत की तिथि बदलकर दूसरा प्रमाणपत्र जारी कर दिया। जिम्मेदारों की इस लापरवाही से परिवार परेशान है। मृतक की पत्नी ने उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर फर्जीवाड़ा करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
देहात कोतवाली के सिविल लाइन मुहल्ला निवासी शैल कुमारी ने बताया कि उनके पति प्रकाश नारायण को छह जनवरी को तबीयत खराब होने पर सुबह आठ बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसका बीएसटी नंबर 565 है। इलाज के दौरान शाम को छह बजकर 20 मिनट पर उनकी मौत हो गई। जिला अस्पताल से 16 जनवरी को मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया गया, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर डी-2021:9-90494-000109 है।
उनका आरोप है कि उनके बड़े बेटे मुकेश श्रीवास्तव ने निजी स्वार्थ सिद्ध करने के लिए 07 तारीख को पिता की मौत घर पर दिखाकर फर्जी गवाहों के आधार पर नगर पालिका कर्मचारियों को गुमराह कर पिता की मौत का प्रमाणपत्र बनवा लिया, जिसका पंजीकरण संख्या डी-2021-9-9049-000.471 है। वह इस प्रमाणपत्र का बैंक व अन्य स्थानों पर दुरुपयोग करने लगा।
भेजी गई नोटिस : अधिशासी अधिकारी पवन कुमार ने बताया कि मुकेश ने फर्जी गवाहों व फर्जी दस्तावेजों के सहारे पालिकाकर्मियों को गुमराह कर प्रमाण बनवाया गया है। इसे निरस्त कराने की प्रक्रिया शुरू करते हुए मुकेश को नोटिस भी जारी की गई है। नोटिस का जवाब न देने पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।