लाल निशान के पहले ठिठकी घाघरा, बाढ़ का खतरा बरकरार
11 सेंटीमीटर लाल निशान से दूर 03 मकान को निगल गई घाघरा 15 बीघा कृषि योग्य भूमि धारा में समाहित 312408 क्यूसेक पानी तीन बैराजों से छोड़ा गया
बहराइच : सोमवार को तीनों बैराजों से तीन लाख 12 हजार 408 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे घाघरा का जलस्तर लाल निशान के और करीब पहुंच गया। दोपहर बाद एल्गिन ब्रिज पर घाघरा लाल निशान से महज 11 सेंटीमीटर और घूरदेवी पर 1.13 मीटर नीचे 111.00 मीटर पर बह रही हैं।
सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि शारदा बैराज से एक लाख 60 हजार 996, गिरिजापुरी बैराज से एक लाख 41 हजार 702 व सरयू बैराज से नौ हजार 710 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। तटवर्ती लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में जुटे हुए हैं। कैसरगंज, महसी, नानपारा व मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे पहुंच रहा है।
बौंडी/गजाधरपुर: कैसरगंज तहसील के मंझारा तौंकली ग्राम पंचायत के ग्यारहसौरेती, भिरगूपुरवा व अनुसूचितबस्ती गांव के प्रवेश, राजवती व ननके के मकान व तटवर्ती किसानों की 10 बीघे कृषि योग्य भूमि धारा में समाहित हो गई। बौंडी थाना क्षेत्र के तिकुरी व भौंरी ग्राम पंचायत के नगेशरपुरवा गांव में भी घाघरा ने दर्जनों किसानों की पांच बीघे कृषि योग्य धारा में समाहित कर लिया।
बारिश से स्पर-स्टड निर्माण अवरुद्ध
बौंडी: महसी तहसील के गोलागंज, कायमपुर, पिपरा गांव तथा बेलहा-बेहरौली तटबंध को कटान से बचाने के लिए शासन-प्रशासन से स्पर-स्टड निर्माण के लिए 21 करोड़ की परियोजना स्वीकृत है। स्परों का संपूर्ण निर्माण कार्य निश्चित अवधि 15 जून तक पूरा नहीं हो सका, जिससे इन गांवों व तटबंध के अस्तित्व पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि निर्माण कार्य 85 फीसद कर लिया गया है। जल्द ही अवशेष 15 फीसद कार्य अवरुद्ध हुआ है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
जिले की नदियों का जलस्तर
नदी-बैराज-लाल निशान-जलस्तर
घाघरा-गिरजापुरी-136.80-135.45
घाघरा- एल्गिन ब्रिज-106.07-105.956
घाघरा-घूरदेवी-112.135-111.00
सरयू-गोपिया-133.55-131.50
शारदा-शारदा-135.49-135.30
(जलस्तर मीटर में है)