एल्गिन ब्रिज पर 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही घाघरा

घटते जलस्तर से ग्रामीणों ने ली राहत की सांस 273168 क्यूसेक पानी तीनों बैराजों से छोड़ा गया

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Aug 2021 10:19 PM (IST) Updated:Tue, 24 Aug 2021 10:19 PM (IST)
एल्गिन ब्रिज पर 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही घाघरा
एल्गिन ब्रिज पर 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही घाघरा

बहराइच : जिले के तीनों बैराजों से मंगलवार को दो लाख 73 हजार 168 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। 48 घंटे बढ़ने के बाद दोपहर से घाघरा का जलस्तर घटने लगा। इससे तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 106.07 मीटर के सापेक्ष 106.166 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां घाघरा लाल निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। घूरदेवी स्पर पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 112.135 मीटर के सापेक्ष 111.500 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां घाघरा लाल निशान से 63 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।

बौंडी संसू के मुताबिक सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि मंगलवार की सुबह आठ बजे शारदा बैराज से एक लाख 35 हजार 54, गिरिजापुरी बैराज से एक लाख 31 हजार 478 व सरयू बैराज से 6636 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। नायब तहसीलदार विपुल कुमार सिंह ने बताया कि जलस्तर घट रहा है। हल्का-फुल्का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति नहीं होगी। तटवर्ती ग्रामीणों को घबराने की जरूरत नहीं है। बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तहसील प्रशासन की तैयारियां चाक चौबंद है।

दैवी आपदा पीड़ितों को दी गई सहायता राशि : तहसील नानपारा के ग्राम चौकसाहार के नगेश्वर, बेलामकन के विनोद, पाठकपुरवा के रामलखन, पिपरिया के जामिल, तिगड़ा के अनिल कुमार का पक्का मकान सरयू नदी की कटान नष्ट हो जाने पर सहायता राशि दी गई। जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने बताया कि प्रत्येक को 95 हजार 100 रुपये गृह अनुदान दिए गए हैं।

तहसील महसी के ग्राम टिकुरी की मंजू देवी, शाहिना बेगम, आरिफ, सोफिया व अयूब, तहसील कैसरगंज के ग्राम मझारा तौकली की राजवती को पक्का मकान घाघरा नदी की कटान में समाहित हो जाने के कारण गृह अनुदान दिया। इसके अलावा तहसील महसी के ग्राम टिकुरी के गीता, मझारा तौकली के मंगरू प्रसाद व संजय कुमार सहायता उपलब्ध करा दी गई है। इसी प्रकार तहसील नानपारा के 13, कैसरगंज के 33 व्यक्तियों को अनुदान के रूप में 32 सौ रुपये की दर से 19 लाख 22 हजार की आर्थिक सहायता उपलब्ध करा दी गई है।

बारिश से सड़कें जलमग्न, आवागमन प्रभावित : मंगलवार को भोर में शुरू भीषण बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भोर में हुई बारिश से तराई तर हो गई। किसानों को धान की फसल की सिचाई से मुक्ति मिल गई। मौसम भी खुशगवार हो गया। लगभग 30 मिलीमीटर बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिल गई। हालांकि निचले इलाके जलभराव से आवागमन में कठिनाई हुई। शहर के घसियारीपुरा, बक्सीपुरा, काजीकटरा में मुख्य मार्ग पर कीचड़ से सराबोर हो गया। गड्ढों में पानी भर गया। सड़क पर पर गुजरते समय कीचड़ से कपड़े सराबोर हो गए। जलभराव की समस्या भगवानपुर, बौंडी समेत सभी कस्बों के निचले इलाके में देखने को मिली। ग्रामीण क्षेत्र की कच्ची सड़कें तो चलने योग्य ही नहीं रह गईं। नवाबगंज में थोड़ी सी बरसात में कस्बे के अंदर मुख्य सड़कें जलमग्न हो गईं। कस्बा नवाबगंज के चौक घंटाघर से जोलाहन पुरवा चौगड़वा मोड़ तक नवाबगंज-निम्निहारा संपर्क मार्ग पर आवागमन बाधित हो जाता है पैदल व वाहनों से चलना दुश्वार हो जाता शरीफ अहमद, मुजीब ,पप्पू वर्मा नसीम अहमद आदि ग्रामीणों का कहना है कि अगर सड़क बन जाए तो इस जल भराव से मिल सकती निजात लेकिन न ही प्रसाशन न ही जन प्रतिनिधि इस तरफ दे रहे ध्यान

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