बाढ़ से 40 गांव व बौंडी थाना जलमग्न

तटवर्ती गांवों को धारा में समेटने को आतुर दिख रही घाघरा नदी की क्रूर लहरें

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:08 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 11:08 PM (IST)
बाढ़ से 40 गांव व बौंडी थाना जलमग्न
बाढ़ से 40 गांव व बौंडी थाना जलमग्न

संसू, महसी/बौंडी/जरवलरोड(बहराइच) : घाघरा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। तीनों बैराजों से तीन लाख 26 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 93 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। घाघरा की लहरें तटवर्ती गांवों को समेटने में जुटी हुई हैं। 40 गांव व बौंडी थाना बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गया है। बाढ़ के पानी में डूब रही तकिया की महिला को ग्रामीणों ने किसी तरह बचाया।

सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अधिशाषी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि सरयू बैराज से 3180, शारदा बैराज से 149878 व गिरजा बैराज से 172973 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। घाघराघाट एल्गिन ब्रिज स्थित जलमापक केंद्र पर बुधवार को जलस्तर 107.06 मीटर मापा गया, जो खतरे के निशान 106.07 के सापेक्ष 93 सेंटीमीटर ऊपर है। जलमापक पवन कुमार ने बताया नदी दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है।

महसी तहसील के जुगुलपुरवा, कायमपुर, जरमापुर, चुरईपुरवा, मंगलपुरवा, गलकारा जानकीनगर, बासगढ़ी, तकिया तारापुरवा, पचदेवरी, माझादारिया, नौबस्ता, तिकुरी, पिपरा, पिपरी, तारापुरवा समेत निचले स्तर पर बसे तकरीबन 40 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। एक दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग जलमग्न हैं। नाव के सहारे लोग आवागमन कर रहे हैं। तकिया गांव की नाजरीन बाढ़ के पानी में डूबने लगी। ग्रामीणों ने किसी तरह उसे बाहर निकाला।

इस क्षेत्र में पावर कार्पोरेशन ने बिजली व्यवस्था बाधित कर दी है। इससे लोग उमस व गर्मी में बेहाल रहते हैं। विद्युत उपकरण शोपीस बनकर रह गए हैं। रात में विषैले जानवरों का खतरा बढ़ गया है। एसडीएम एनएस त्रिपाठी व तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि बाढ़ व कटान की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

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बाढ़ में डूबा थाना, मुश्किल में फरियादी व पुलिस

बौंडी : बाढ़ में बौंडी थाना जलमग्न हो गया है। इससे फरियादियों व पुलिस कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। थानाध्यक्ष सुभाषचंद्र सिंह ने बताया कि थाना जलमग्न होने से दिक्कतें हो रही हैं।

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