सूखी नहरें व तालाबों में उड़ रही धूल, सूख रही फसलें
पानी के लिए भटक रहे बेजुबान
बहराइच: ब्लॉक क्षेत्र में तालाब सूखे पड़े हैं। बढ़ रही गर्मी के चलते बेजुबान भी पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। नहरों में भी पानी नहीं है। इससे बेसहारा मवेशी पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। किसानों को मेंथा की फसल की सिचाई के लिए पानी की जरूरत है। शासन व प्रशासन जानते हुए इससे अंजान बना है।
गर्मी का पारा दिनोंदिन बढ़ रहा है। क्षेत्र के तालाब पानी के अभाव में सूख चुके हैं। नहरें भी सूखी पड़ी हैं। क्षेत्र में घूम रहे बेसहारा मवेशी पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। किसानों को मेंथा, गन्ना व उड़द की फसलों की सिचाई के लिए पानी की आवश्यकता है। पानी के बगैर मेंथा की खेती बर्बाद हो रही है। सतीजोर, चर्दा, नवाबगंज, जमोग, उमरिया, रामनगर, अंटहवा क्षेत्र के बेसहारा मवेशी अपनी प्यास नहीं बुझा पा रहे हैं।
स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह सरयू नहर पंप योजना से निकली नहरें भी सूखी पड़ी हैं। तालाब में पानी न होने से धूल उड़ रही है। ऐसे में किसानों व जानवरों को इसकी मार झेलनी पड़ रही है। मवेशियों की प्यास बुझाने को लेकर सरकार ने गांवों में तालाबों व पोखरों की खोदाई कराई थी। अब यह योजना दम तोड़ चुकी है। लाखों खर्च कर तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया गया, लेकिन अब उपेक्षा के शिकार हो गए हैं।
कहीं भी तालाबों में पानी नहीं दिखाई पड़ता है। पानी मुहैया कराने वाला नहर विभाग भी हाथ पर हाथ धरे बैठा है। अधिकतर ग्रामपंचायतों के तालाब सूखे पड़े हैं। किसान संदीप सिंह, राजकरण, रावेंद्र मिश्र, धनीराम यादव, अरविद शर्मा, महेंद्र शर्मा, राजेश यादव, बेचू लाल, पतिराम ने कहा कि कई बार शिकायत के बाद नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया है। किसानों ने नहर संचालन की मांग की है।
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कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण नहर में पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। पंप खराबी को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही नहर में पानी पहुंचाया जाएगा।
-भागीरथ गुप्त, कर्मचारी चौधरी चरण सिंह सरयू नहर पंप योजना