मानवता की प्राचीनतम पूंजी है योग : मुछाल

सात दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला के चौथे दिन दिगंबर जैन कालेज बड़ौत के एसोसिएट प्रोफेसर ने व्याख्यान दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Jul 2021 12:03 AM (IST) Updated:Mon, 05 Jul 2021 12:03 AM (IST)
मानवता की प्राचीनतम पूंजी है योग : मुछाल
मानवता की प्राचीनतम पूंजी है योग : मुछाल

बागपत, जेएनएन। सात दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यशाला के चौथे दिन दिगंबर जैन कालेज बड़ौत के एसोसिएट प्रोफेसर डाक्टर महेश कुमार मुछाल एवं रामकृष्ण शर्मा ने आनलाइन प्रदेश के जनपदों के प्रतिभागी के रूप में सम्मिलित जिला प्रशिक्षण आयुक्त, जिला संगठन आयुक्त, रोवर, रेंजर, स्काउट मास्टर एवं गाइड कैप्टन को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि योग मानवता की प्राचीनतम पूंजी है और मानव द्वारा संग्रहीत सबसे बहुमूल्य खजाना है। मनुष्य शरीर, मन और आत्मा से बना है। अपने शरीर पर नियंत्रण, मन पर नियंत्रण और अंतरात्मा की आवाज को पहचानना चाहिए। डाक्टर मुछाल ने सर्वांगासन, मत्स्यासन, हलासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुरासन, पश्चिमोत्तानासन, अर्धमत्स्येंद्रासन, वक्रासन आदि आसनों का अभ्यास कराया। कार्यक्रम का संचालन गाइड कमिश्नर वंदना तिवारी ने किया। स्कूलों में शिक्षा का माहौल तैयार छात्रों का आना बाकी

कोरोना की वजह से जुलाई माह में शैक्षिक सत्र शुरू नहीं हो पाए हैं, लेकिन विद्यालयों के खुलने से यह तो साफ हो गया है कि स्कूलों को खोलने की तैयारियां सरकार कर रही है। अभी अध्यापकों को स्कूलों में बुलाया गया है। वो स्कूलों में पहुंचकर बच्चों के प्रवेश की तैयारियां कर रहे हैं और आनलाइन पढ़ाई को भी पूरा करा रहे हैं।

जिले के माध्यमिक परिषद के 142 और परिषदीय के 53 विद्यालयों में हजारों की संख्या में छात्रों की पढ़ाई कोरोना की वजह से अंधकार में चली गई है। आनलाइन पढ़ाने के लिए छात्र अभी तक ग्रुपों से नहीं जुड़ पाए हैं। टीवी पर भी पढ़ाई बहुत कम छात्र कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में टीवी मनोरंजन का सबसे बड़ा माध्यम है, इस पर पढ़ाई कर पाना छात्रों के लिए मुश्किल हो रहा हैं। सूबे की सरकार और शासन-प्रशासन भी बच्चों की पढ़ाई को लेकर फिक्रमंद है। सरकार ने अध्यापकों को विद्यालयों में बुलवाया है। इससे साफ हो गया है कि जल्द ही कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों को बुलवाया जा सकता है।

उनके प्रवेश के लिए अध्यापकों को निर्देशित किया गया है। वहीं कक्षा आठ पास छात्रों को कक्षा नौ में शतप्रतिशत प्रवेश दिलाने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। अध्यापक तो छात्रों के स्वागत को तैयार हो गए हैं, अब बस स्कूलों का छात्रों के लिए खुलने का इंतजार है।

डीआइओएस सर्वेश कुमार ने कहा कि अभी शासन से केवल अध्यापकों के स्कूलों में आने के लिए आदेशित किया है, जिसका पालन जिले में हो रहा है। सभी शिक्षक स्कूलों में पहुंचकर प्रशासनिक कार्य को पूरा कर रहे हैं और आनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था से बच्चों को लाभान्वित कर रहे हैं। शासन से छात्रों को स्कूल बुलवाने के आदेश होंगे तो कोरोना प्रोटोकाल के तहत पढ़ाई की व्यवस्था करवाई जाएगी। 10 हजार छात्रों के अभिभावक दे चुके स्वीकृति

जिले में अभी तक करीब 10 हजार से अधिक छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल भेजने के लिए अनुमति पत्र विद्यालयों में जमा करवा दिए हैं। अब शासन से आदेश जारी होते ही उनकी विद्यालयों में पढ़ाई शुरू करवा दी जाएगी। यह स्वीकृति कक्षा नौ से 12वीं के छात्रों के अभिभावकों ने दी है।

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