गुरुपूणिमा पर यज्ञ कर सम्मान का संकल्प
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को बरनावा के लाक्षागृह स्थित श्री महानन्द संस्कृत विद्यालय में यज्ञ किया गया।
बागपत, जेएनएन। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को बरनावा के लाक्षागृह स्थित श्री महानन्द संस्कृत विद्यालय में यज्ञ कर गुरुके प्रति आदर भाव व सेवा सम्मान करने का संकल्प लिया गया।
यज्ञ के ब्रह्मा पद से आचार्य अंकुर भारद्वाज ने कहा कि गुरु का वास्तविक अर्थ अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना है। गुरु वही होता है जो अपने शिष्य का अंधकार रूपी अज्ञान दूर कर देता है और शिष्य के जीवन में प्रकाश रूपी ज्ञान की अलौकिक ज्योति को प्रकाशित करता है। उन्होंने कहा कि गुरुकुल लाक्षागृह बरनावा के संस्थापक ब्रह्मर्षि कृष्णदत्त महाराज हम सभी के प्रेरणा स्त्रोत हैं, मार्गदर्शक हैं, जिनको नमन करते हुए उनका स्मरण किया गया। इस दौरान उन्होंने कोरोना के खात्मे के लिए इस वैश्विक महामारी को नष्ट करने के लिए भी आहुति दी। इस दौरान मूलचंद, नीरज, स्वामी, रामदास, विजय भाई, यश, आयुष, गुप्ता आदि मौजूद रहे।