छाई रही घटा, बीमार हुई हवा
बुधवार को दिनभर घटा छाई रहने से ठंड बढ़ गई। सुबह दस बजे बाद सूरज के दर्शन हुए।
बागपत, जेएनएन। बुधवार को दिनभर घटा छाई रहने से ठंड बढ़ गई। सुबह दस बजे बाद सूरज के दर्शन हुए। पहली बार लगा कि ठंड है। न्यूनतम तापमान 14 तथा अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस रहा है। दिन छिपने से पहले ही लोगों ने घरों की राह पकड़ी और बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। ठंड से बचाव को सुबह और शाम अलाव तापते दिखे। बादल देख कई बार लगा कि बारिश होने वाली है, लेकिन बारिश नहीं हुई।
बाकी कसर बागपत की खराब हवा पूरी कर रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स 368 रहा यानी गत चार दिन से एयर क्वालिटी इंडेक्स में बदलाव नहीं हो रहा। वायु प्रदूषण से लोग आंखों में जलन, गला खराब, एलर्जी, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इसके बावजूद सिस्टम वायु प्रदूषण में कमी लाने के लिए प्रयास नहीं कर रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता प्रखर कटियार ने कहा कि जिले में छह फैक्ट्री चेक की, लेकिन उनसे प्रदूषण फैलता नहीं मिला। कोहरे में लाइट जलाकर दौड़ते रहे मार्गों पर वाहन
आसमान में छाई कोहरे की सफेद चादर के कारण दोपहर तक वाहन लाइटों के सहारे मार्गों पर दौड़ते रहे। सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने से जहां लोगों को सर्दी का अहसास हुआ, वहीं कोहरे कारण वाहन चालकों को भी परेशानी हुई।
सर्दी के साथ कोहरे ने भी दस्तक दी है। कई दिन से कोहरा आसमान में दिख रहा था लेकिन तेज धूप के कारण छंट जाता था। बुधवार सुबह से ही आसमान में कोहरे की चादर बिछी रही। इससे ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-यमुनोत्री एनएच के साथ अन्य मार्गों पर भी वाहन लाइटों के सहारे दौड़ते नजर आए। दिन भर सूर्यदेव बादलों के आगोश में छिपे रहे, जिससे धूप नहीं निकली। इससे लोगों को ठंड का अहसास तो हुआ ही साथ में राहगीरों को कोहरे के कारण परेशानी उठानी पड़ी। धूप नहीं निकलने के कारण चली ठंडी हवा से बाइक सवारों को अधिक परेशानी हुई। बाइक चालक दीपक, संदीप, राजेंद्र, मोहित आदि का कहना था कि जैसे बुधवार को धूप नहीं निकलने के कारण ठंडी हवा चली है इससे आगामी समय में ठंड पूर्व के अपेक्षा अधिक होगी। किनारे से वाहन हटवाने की मांग
ईपीई पर वाहन चालकों ने एनएचएआइ व प्रशासन से किनारे खड़े होते वाहन को हटाए जाने की मांग की है। राजपाल, मनबीर, संजय, हरपाल सिंह आदि का कहना था कि कोहरे में किनारे खड़े होने वाले वाहनों के कारण दुर्घटना की संभावना अधिक होती है। ऐसे में अधिकारियों को किनारे से वाहनों को हटवाना चाहिए। ़