अब डिजिटिल वाटर लेवल रिकार्डर से होगी भूजल मानीटरिग

डार्क जोन का कलंक ढो रहे बागपत के लिए अच्छी खबर। बागपत के 76 गांवों को जलसंकट से उबारने की कवायद तेज हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:58 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:58 PM (IST)
अब डिजिटिल वाटर लेवल रिकार्डर से होगी भूजल मानीटरिग
अब डिजिटिल वाटर लेवल रिकार्डर से होगी भूजल मानीटरिग

बागपत, जेएनएन। डार्क जोन का कलंक ढो रहे बागपत के लिए अच्छी खबर। बागपत के 76 गांवों को जल संकट से उबारने की कवायद तेज हो गई। गांवों तथा ब्लाक मुख्यालयों पर पीजोमीटर और डिजिटल वाटर लेवल रिकार्डर लगेंगे, जिससे रोज भूजल का हिसाब किताब मिला करेगा। इससे भूजल के बारें में सही व सटीक जानकारी मिल सकेगी। अब चीजें बिल्कुल स्पष्ट नजर आएंगी।

बागपत समेत प्रदेश के दस जिलों में अटल भूजल योजना लागू की गई। बागपत और पिलाना ब्लाक के गांवों का चयन किया गया। गांवों में पीजोमीटर लगाए जाएंगे। इनके जरिए भूजल स्तर मापन डिजिटल वाटर लेवल रिकार्डर से टेलीमेट्री के माध्यम से प्रत्येक 12 घंटे में कर सकेंगे। यानि हर गांव के भूजल में गिरावट या बढ़ोतरी की जानकारी प्रतिदिन मिलते रहने से भूजल अटल योजना का बेहतर क्रियान्वयन हो सकेगा।

खास यह है कि पिलाना और बागपत ब्लाक के 76 गांवों के बाशिदों को अपने गांव के भूजल स्तर में गिरावट या बढ़ोतरी की जानकारी प्रतिदिन आनलाइन मिला करेगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत का वाटर सिक्योरिटी प्लान तैयार होगा ताकि पानी की बर्बादी रोकने तथा जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके। कराए जाने वाले काम

-भूजल संरक्षण के लिए बारिश का पानी सहेजने को भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाने, चेकडैम, तालाब और जल संरचनाओं का निर्माण होगा। ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम से सिचाई तथा कम सिचाई वाली फसलों की खेती को बढ़ावा देने के काम होंगे।

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-अटल भूजल योजना का क्रियान्वयन शुरू हो गया। भूजल पर नजर रखने को पीजोमीटर व डिजिटल वाटर लेवल रिकार्डर रिकार्ड लगेंगे।

-हुब लाल-जिला विकास अधिकारी

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