कुपोषण मिटाने के साथ सहेजेंगे अनमोल बूंदें
डार्क जोन बागपत को पानीदार बनाने के लिए अच्छी खबर है।
बागपत, जेएनएन। डार्क जोन बागपत को पानीदार बनाने के लिए अच्छी खबर। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग ने भी वर्षा जल संचय को कमर कस ली है। अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम स्थापित कराकर पांच करोड़ लीटर वर्षा जल संचय कराने का प्लान बनाया जाना शुरू हो गया है।
पीएम मोदी ने 22 मार्च को कैच द रेन अभियान लांच किया, जो चंद दिनों में ही हर आम-ओ-खास के सिर चढ़कर बोल रहा है। बागपत की 244 ग्राम पंचायतें कैच द रेन अभियान को विकास योजनाओं में शामिल कर गांवों में सभी सार्वजनिक भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाने की पहल करने की तैयारी में जुटी हैं। बूंदें सहेजने की बाल एवं पुष्टाहार विभाग भी गंभीर कोशिश कर रहा है। अब गांवों के 219 आंगनबाड़ी केंद्रों पर रेन वाटर हार्वस्टिग सिस्टम लगवाने को प्लान बनाया जा रहा है। हर आंगनबाड़ी केंद्र पर एक से सवा लाख रुपये की दर से कुल 2.5 करोड़ रुपये का खर्च होगा। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगने पर प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर हर साल दो से ढाई लाख लीटर जल संचय किया जाएगा। इस प्रयास से गिरते भूजल स्तर पर ब्रेक लगने से बागपत के माथे से डार्क जोन का कलंक हटेगा।
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आंगनबाड़ी केंद्रों पर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने का प्लान बनवा रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कैच द रेन अभियान को अंजाम तक पहुंचाने को ग्रामीणों को वर्षा जल सहेजने को प्रेरित करेंगी।
-विपिन मैत्रेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी। जांचे 320 मरीज
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रविवार को खेकड़ा, बड़ागांव व रटौल पीएचसी पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेला लगा। मेले में बाल, पुष्टाहार विभाग की तरफ से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने पोषण वाटिका स्टाल लगाया। स्टाफ ने खेकड़ा पीएचसी पर 105, बड़ागांव में 108 तथा रटौल में 107 मरीजों की जांच कर दवाइयां वितरित की। तीनों केंद्र पर 194 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड भी बनाए।