दिव्यांग व बुजुर्गो को कुर्सियों के सहारे कराया मतदान

एक वोट की कीमत क्या है उन दिव्यांग व बुजुर्गो से जानें जो अस्वस्थ होने पर बाद भी मतदान करने के लिए सोमवार को बूथों पर मशक्कत कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 12:15 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 12:15 AM (IST)
दिव्यांग व बुजुर्गो को कुर्सियों  
के सहारे कराया मतदान
दिव्यांग व बुजुर्गो को कुर्सियों के सहारे कराया मतदान

जेएनएन, बागपत : एक वोट की कीमत क्या है, उन दिव्यांग व बुजुर्गो से जानें जो अस्वस्थ होने पर बाद भी वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचे। ऐसे मतदाताओं को मतदान कराने के लिए उनके स्वजन भी पीछे नहीं रहे। पुलिस ने भी मतदान केंद्र पहुंचे ऐसे मतदाताओं की मदद की। फखरपुर गांव में 80 वर्षीय कन्नोदेवी को उनके पौत्र गाड़ी में बैठाकर मतदान केंद्र पर पहुंचे। केंद्र में ले जाने के लिए कोई व्यवस्था न दिखने पर तैनात पुलिसकर्मी ने अपनी कुर्सी उन्हें दी। इतना ही नहीं, बूथ पर कतार में सबसे आगे भी लगाया। उधर चमरावल गांव में दिव्यांग महिला शशि को उनके स्वजन कुर्सी पर बैठाकर मतदान कराने ले गए।

शशि का कहना था कि वह हरेक मतदान में अपने मत का प्रयोग करती हैं। स्वजन हर बार मतदान कराने लेकर आते हैं। वहीं चमरावल गांव निवासी 94 वर्षीय श्योनाथ अपनी 92 वर्षीय पत्नी भगवती का हाथ पकड़ मतदान केंद्र लेकर पहुंचे। मतदान कर्मियों ने दोनों की भरपूर मदद की। मतदान के बाद दोनों फिर से हाथ पकड़कर घर लौटे।

थर्मल स्क्रीनिग कराई

प्रशासन की तरफ से कोरोना के मद्देनजर मतदान केंद्र पर थर्मल स्क्रीनिग को भी कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। गेट पर स्क्रीनिग करने के बाद ही कर्मचारी मतदाताओं को केंद्र में प्रवेश करने दे रहे थे। कई केंद्र पर टेंपरेचर अधिक होने पर कई मतदाताओं को बाहर भेजा गया। कुछ देर रुककर जब टेंप्रेचर कम हुआ तो उन्हें मतदान के लिए केंद्र में प्रवेश करने दिया।

भगाया सरकारी कर्मचारी को

घिटौरा के एक बूथ पर एयर फोर्स के कर्मचारी को एक प्रत्याशी ने अपना एजेंट बनाया था। किसी बात को लेकर एजेंटों में कहासुनी भी हुई थी। दोपहर को एडीएम अजय कुमार व सीओ केंद्र पर जायजा लेने पहुंचे। यहां एजेंटों को एकत्रित कर एक स्थान पर बैठाया और किसी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरंत बताने की बात कही। तभी एक व्यक्ति ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताया तो एसडीएम का पारा चढ़ गया। उन्होंने तुरंत ही उक्त एजेंट को बाहर का रास्ता दिखाते हुए दोबारा आने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।

कैमरे की निगरानी में मतदान

ढिकौली गांव अतिसंवेदनशील बूथों में शामिल है। इससे मद्देनजर प्रशासन ने एमएमजीएम इंटर कालेज में बने बूथ पर सीसीटीवी कैमरे का प्रयोग किया। कैमरा प्रशासन ने परिसर में नहीं बल्कि बूथ के गेट पर ही लगाया। हरेक आने जाने वाले पर कंट्रोल रूम में बैठे प्रशासनिक कर्मियों की नजर रही। यहां से किसी प्रकार की गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं मिली।

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