कार्रवाई नहीं होने पर सीओ कार्यालय पर हंगामा

औरंगाबाद मोहल्ला के लोगों ने दहेज हत्या में आरोपितों पर सात माह बाद भी कार्रवाई नहीं की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 09:53 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 09:53 PM (IST)
कार्रवाई नहीं होने पर सीओ कार्यालय पर हंगामा
कार्रवाई नहीं होने पर सीओ कार्यालय पर हंगामा

बागपत, जेएनएन। औरंगाबाद मोहल्ला के लोगों ने दहेज हत्या में आरोपितों पर सात माह बाद भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप सीओ पर लगा कार्यालय पर हंगामा किया। आइजी को पत्र भेज सीओ की शिकायत कर जांच स्थानांतरित कराने की मांग की है।

सबीला पत्नी गुलफाम ने आइजी को भेजे पत्र में बताया कि बेटी का निकाह 2016 में किरठल गांव के वसीम पुत्र गय्यूर से किया था। कुछ दिन बाद ही ससुरालीजन दहेज में लाख रुपये व बाइक की मांग करने लगे थे। कई बार मायके वालों ने समझौता करा बेटी को ससुराल भेजा। आरोप है कि 15 जुलाई को ससुरालीजनों ने उसकी सात माह की गर्भवती बेटी को मारपीट कर तहसील के पास फेंक दिया। इलाज के लिए दौरान बेटी ने मेरठ के अस्पताल में दम तोड़ा था। 17 जुलाई को उसने सात लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पर सात माह बाद भी सीओ मामले में कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। आरोप है कि सीओ से कई बार वार्ता की, लेकिन उल्टा उन्हें ही फटकार कर खदेड़ देते हैं। पीड़ित स्वजन ने कार्यालय पर सीओ के खिलाफ हंगामा किया। साथ ही विवेचना किसी दूसरे अधिकारी से कराने की मांग की। लूट में विफल बदमाश मारपीट कर जंगल में भागे

ललियाना मंसूरपुर मार्ग पर बाइक सवार तीन युवकों से अज्ञात बदमाशों ने मारपीट कर लूट का प्रयास किया। ग्रामीणों के आने पर बदमाश जंगल में भाग खड़े हुए। पीड़ितों ने थाने पर तीन बदमाशों के खिलाफ तहरीर दी।

खेकड़ा कोतवाली के रटौल गांव निवासी इरशाद व नौशाद पुत्रगण हारुन संग फिरोज बाइक से मुरादनगर रिश्तेदारी में गए थे। बुधवार रात वापस लौटते समय ललियाना मंसूरपुर मार्ग पर खड़े तीन बदमाशों ने तमंचे के बल पर बाइक रोक को रोक लिया। बदमाशों ने लूटपाट का विरोध करने पर मारपीट की। शोर शराबा सुनकर ग्रामीण पहुंचे तो बदमाश जंगल में भाग खड़े हुए। पीड़ितों की सूचना पर स्वजन मौके पर पहुंचे। तीनों युवक ने थाने पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस का कहना है कि युवकों का आरोपितों से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। लूट के प्रयास का आरोप निराधार है। फिर भी जांचकर कार्रवाई की जाएगी।

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