हिलवाड़ी के मुकदमे को लेकर घिरी पुलिस
थानों में मारपीट और बवाल जैसी घटनाओं में पुलिस कितनी गंभीरता दिखा रही है।
बागपत, जेएनएन। थानों में मारपीट और बवाल जैसी घटनाओं में पुलिस कितनी गंभीरता दिखा रही है। इसकी एक छोटी सी बानगी हिलवाड़ी गांव की एक घटना में सामने आई है। गांव में 20 फरवरी को मारपीट की एक घटना हुई है और एक पक्ष का मुकदमा पांच दिन और दूसरे पक्ष का मुकदमा दस दिन बाद दर्ज हुआ है। दोनों पक्षों के घरों की दूरी लगभग आठ सौ मीटर की है, लेकिन दोनों ने अपने-अपने मुकदमों में एक ही समय अपने-अपने घरों पर जानलेवा हमला करना दर्शाया है। कोतवाली से घटनास्थल की दूरी पांच किमी है यानी जब मन चाहा और जैसा चाहा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। एक पक्ष ने पुलिस के इस फर्जीवाड़े को लेकर हल्ला मचाना शुरू कर दिया है। कोतवाल अजय कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस ने सही कार्रवाई की है और आरोप निराधार लगाए जा रहे हैं। आठ सौ मीटर की दूरी और एक ही समय अपने-अपने घर दर्शाया हमला
हिलवाड़ी निवासी व मुकदमे के वादी वसीम ने बताया कि 20 फरवरी को हाशिम ने पांच लोगों के साथ उनके घर पर छह बजे हमला बोल दिया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। घटना का मुकदमा पुलिस ने 25 फरवरी को दर्ज किया। घायलों का मेडिकल नहीं कराया है। दूसरे पक्ष के हाशिम ने मुकदमा दर्ज कराया कि वसीम ने सात लोगों के साथ 20 फरवरी को शाम छह बजे उनके घर हमला बोल दिया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। घटना का मुकदमा कोतवाली में दो मार्च को दर्ज किया गया है।
दोनों के घरों की दूसरी लगभग आठ सौ मीटर है तो ऐसे में वसीम सवाल उठा रहा है कि बड़ौत कोतवाली पुलिस की कार्रवाई सही नहीं है और पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।