किसानों का धरना समाप्त, ईपीई पर भरा वाहनों ने फर्राटा
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों का ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के मवीकला बूथ पर धरना समाप्त हो गया।
बागपत, जेएनएन। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों का ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के मवीकलां बूथ पर 24 घंटे का धरना समाप्त हो गया। इसके बाद ईपीई पर वाहन फर्राटा भरने लगे। धरने के कारण दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे पर भी जाम की स्थिति बनी।
कृषि कानून के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शनिवार सुबह आठ बजे किसानों ने वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे को जाम किया था। ऐसे में भाकियू कार्यकर्ताओं ने 24 घंटे के लिए मवीकलां टोल बूथ पर धरना देकर जाम कर दिया था। घोषित 24 घंटे का समय रविवार सुबह आठ बजे पूरा हुआ तो कार्यकर्ता मवीकलां टोल बूथ से उठकर चले गए। धरने के दौरान मवीकलां टोल बूथों पर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। इनमें अधिकांश ट्रक व लंबे रूट की बसें थीं। वाहनों की संख्या ईपीई पर बढ़ने के कारण दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे पर भी जाम की स्थिति बनी रही। जाम खुलवाने के लिए पाठशाला चौकी पुलिस चौराहे पर मुस्तैद रही। प्रदूषण व मिलावटी खाने से बढ़ रही एलर्जी की समस्या : डा. अनुज टोकस
मेडिसिटी हॉस्पिटल में चर्म रोगियों के लिए निश्शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया। इस दौरान स्किन स्पेशियलिस्ट डा. अनुज टोकस ने चर्म के कारण और उनसे बचाव की जानकारी दी।
शिविर में 115 मरीजों की निशुल्क जांच व उपचार किया गया। डा. अनुज ने बताया कि चर्म रोगों में दाद, खाज, खुजली सबसे जिद्दी बीमारी होती है। इनमें लापरवाही बरतने पर ये बीमारी शरीर में अपना घर बना लेती हैं। कहा कि स्किन में होने वाली किसी भी प्रकार की एलर्जी व दाद को अनदेखा नहीं करना चाहिए। प्रदूषण और खाने में मिलावट से एलर्जी की समस्या बढ़ रही है। शिविर के साथ हास्पिटल में चर्म रोग की ओपीडी का भी शुभारंभ किया गया। इस मौके पर डा. मनीष तोमर, डा. आशीष चौधरी का सहयोग रहा।