विरोधी गांव में कम और जागरूक गांवों में बढ़ा टीकाकरण

अब कोरोना से बचाव के लिए लोग टीकाकरण करा रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 10:20 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 10:20 PM (IST)
विरोधी गांव में कम और जागरूक गांवों में बढ़ा टीकाकरण
विरोधी गांव में कम और जागरूक गांवों में बढ़ा टीकाकरण

बागपत, जेएनएन। अब कोरोना से बचाव के लिए लोग टीकाकरण करा रहे है। कुछ गांव के लोग विरोध कर रहे है। वहीं ऐसे दर्जनों गांव के हैं, जहां बंपर टीकाकरण हो गया है। विरोध करने वालों लोगों को अफवाहों से बचकर इनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। जागरूक बनेंगे, तो कोरोना से बचाव होगा।

जिले में 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू हो गया था। तब से अब तक शिविर लगाकर टीका लगाया जा रहा है। कुछ गांवों के लोगों में भ्रांतियां पैदा हो गई, जिस कारण विरोध कर रहे है। सीएचसी क्षेत्र में दर्जनों गांव ऐसे है, जहां पर टीकाकरण 60 से 70 प्रतिशत के बीच हो चुका है। विरोधी गांव के लोगों को टीकाकरण कराने वाले गांव के लोग आइना दिखा रहे है। इन गांव के लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है। टीकाकरण कराकर खुद को ओर स्वजन को कोरोना से सुरक्षा करेंगे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. दीपा सिंह ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान देकर कुछ गांवों के लोग विरोध कर रहे है। उन्हें जिन गांवों में टीकाकरण कराने के लिए लोग जागरूक हो रहे है, उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। इन गांवों में हुआ सबसे अधिक टीकाकरण

बागपत सीएचसी क्षेत्र का गांव बुढेड़ा, सूजरा, ग्वाली खेड़ा, सुल्तानपुर हटाना, बिचपड़ी, फुतेहपुर पुट्ठी, बली कर्मअलीपुर गढ़ी, बाघू, खेकड़ी, बिनौली सीएचसी क्षेत्र के गांव बिनौली, फजलपुर, दादरी, तितरौदा, मवीकलां, चिरचिटा, माखर, सिरसली, बामनौली, गांगनौली, बड़ौत सीएचसी क्षेत्र के गांव हिलवाड़ी, बिजरौल, शबगा, अंगदपुर, सिनौली, आरिफर खेड़ी, मलकपुर, लुहारी, बुढ़पुर, ढिकाना, खेकड़ा क्षेत्र के बसी, मंसूरपुर, ललियाना, पूरणपुर नवादा, गढ़ी कलंजरी, मवीकला, सुन्हेड़ा, सुभानपुर, घिटौरा, विनयपुर, पिलाना क्षेत्र के बसा टीकरी, बुढसैनी, दौलतपुर, फतेहपुर, घटौली, हिसावदा, मवीखुर्द, कहरका, मेवला, पुरा महादेव, छपरौली क्षेत्र के ख्वाजा नंगला, बदरखा, बासौली, बोढ़ा, चांदनहेडी, काकौर कलां, लुहारा, मुकंदपुर, नांगला, रमाला में सबसे ज्यादा टीकाकरण हुआ हैं। कर्मचारियों के साथ कर चुके हैं मारपीट

विरोध के चलते कर्मचारियों के साथ लोग मारपीट भी कर चुके हैं। टीकाकरण कराने के लिए कहने पर कर्मचारियों के साथ अभद्रता तो होना आम हो गया है। ऐसे दर्जनों गांव है जहां पर टीकाकरण का विरोध किया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी