नवजात की मौत को लेकर हंगामा, अस्पताल में 10 दिन से था भर्ती
स्थानीय एक अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद स्वजन ने हंगामा किया।
बागपत, जेएनएन। स्थानीय एक अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद स्वजन ने हंगामा किया। बाद में चिकित्सक ने समझाकर उन्हें शांत कराया। तब जाकर मामला शांत हुआ।
निवाड़ा गांव निवासी इंतजार का नवजात बच्चा पिछले 10 दिनों से आस्था हास्पिटल में भर्ती था। शनिवार को सुबह बच्चे की मौत हो गई। उसके बाद स्वजन ने हास्पिटल में हंगामा शुरू कर दिया। पीड़ितों का कहना था कि नवजात पिछले छह दिनों से मृत हालत में था, जबकि चिकित्सकों ने उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी। उन्होंने इस लापरवाही की शिकायत उच्चाधिकारियों करने की चेतावनी दी। हालांकि बाद में अस्पताल के चिकित्सक ने स्वजन को समझाकर उन्हें मना लिया।
इस संबंध में चिकित्सक डा. अभिनव ने बताया कि नवजात प्री-मेच्योर और बीमार था, जिसका वजन करीब 1200 ग्राम था। उसे हास्पिटल में मिनी वेंटिलेटर पर रखा गया था। शुक्रवार को उसकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके संबंध में स्वजन को जानकारी देकर उसे बड़े वेंटिलेटर की सुविधा वाले अस्पताल में ले जाने के कहा गया। स्वजन ने माली हालत कमजोर होने की बात कहते हुए हास्पिटल में भर्ती रखने का अनुरोध किया। इसके बाद शनिवार सुबह स्वजन ने नवजात को घर ले जाने की बात कहते हुए छुट्टी करा ली। इसके बाद बच्चे को नर्सरी से बाहर निकाला गया। इस दौरान स्वजन को नवजात की धड़कन, पल्स, मूवमेंट आदि चेक करा दी गई। नर्सरी से बाहर आने के काफी समय बाद बच्चे की मौत हुई। उन्होंने छह दिन पहले बच्चे की मौत होने के बाबत कहा कि आरोप पूरी तरह निराधार है। नर्सरी सीसीटीवी कैमरों से आच्छादित है।