मशीन खराब, आधार कार्ड बनाने का काम ठप

दोघट कस्बे में स्थित डाकघर पर आधार कार्ड बनवाए जा रहे थे लेकिन मशीन में गत सप्ताह खराबी आ जाने के कारण डाकघर में आधारकार्ड बनाने का काम ठप है। इससे क्षेत्रवासी परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:22 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:22 PM (IST)
मशीन खराब, आधार कार्ड बनाने का काम ठप
मशीन खराब, आधार कार्ड बनाने का काम ठप

बागपत, जेएनएन: दोघट कस्बे में स्थित डाकघर पर आधार कार्ड बनवाए जा रहे थे, लेकिन मशीन में फाल्ट आने के कारण दो सप्ताह से आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। इससे क्षेत्रवासी परेशान हैं। दोघट कस्बे में आधार कार्ड नहीं बनने के कारण क्षेत्रवासी परेशान हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि वे आधार कार्ड बनवाने के लिए प्रतिदिन आते हैं। उन्हें कहा जाता है कि मशीन कल ठीक हो जाएगी, लेकिन अभी तक मशीन में आया फाल्ट ठीक नहीं कराया गया। पोस्ट मास्टर रोबिन कुमार ने बताया कि 17 जुलाई को तकनीकी गड़बड़ी होने के कारण आधार कार्ड की मशीन नहीं चल रही है। सॉफ्टवेयर अपडेट किए जा रहे हैं। शीघ्र ही मशीन ठीक हो जाएगी और आधार कार्ड बनवाए जाएंगे।

परीक्षा में नकल से रोकने पर शिक्षक को धमकाया

जागरण संवाददाता, बागपत, जेएनएन: एसपीआरसी डिग्री कालेज के प्राचार्य डाक्टर अनिल कुमार के मुताबिक एलएलबी के एक छात्र ने परीक्षा में नकल करने के लिए प्रश्न पत्र पर कोर्स से संबंधित उत्तर लिख रखे थे। इस पर आपत्ति की तो परीक्षार्थी कक्ष निरीक्षक से बदसलूकी करने लगा। इस पर छात्र को कालेज से बाहर निकाल दिया गया। उक्त छात्र ने शिक्षक को धमकी दी। इस संबंध में कोतवाली में तहरीर दी गई। वहीं आरोपित छात्र ने कालेज स्टाफ पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की। उधर कोतवाली एसएसआइ मुनेंद्रपाल सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। 144 गांवों में मनरेगा योजना धड़ाम

जागरण संवाददाता, बागपत: कोरोना की दूसरी लहर में रोजगार का संकट हो गया। सरकार का प्रयास ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने पर है। इसके बावजूद बागपत में मनरेगा धड़ाम है। बागपत में 100 ग्राम पंचायतों में महज 313 श्रमिक काम कर रहे हैं। बाकी 144 गांवों में एक भी श्रमिक काम नहीं कर रहा है। लक्ष्य के सापेक्ष महज 19.58 फीसद मानव दिवस सृजित कर श्रमिकों को काम दिया गया है। साफ है कि बागपत में अधिकारियों को मनरेगा की प्रगति बढ़ाकर श्रमिकों के रोजगार की राह आसान करने की चिता नहीं है। परियोजना निदेशक विद्यानाथ शुक्ल ने कहा कि सभी बीडीओ को मनरेगा में ज्यादा श्रमिकों को काम देने के निर्देश दिए गए हैं।

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