मिल शुरू होते ही दौड़ने लगे मौत के वाहन
ओवरलोड वाहनों के कारण पहले ही दिल्ली-यमुनोत्री एनएच पर सैकड़ों गड्ढे हो गए।
बागपत, जेएनएन। ओवरलोड वाहनों के कारण पहले ही दिल्ली-यमुनोत्री एनएच पर सैकड़ों गड्ढे हो चुके हैं। पहले ही गड्ढों को निर्माण कंपनी ने ठीक नहीं कराया। अब मिल शुरू होते ही मौत के वाहनों ने भी फर्राटा भरना शुरू कर दिया है।
क्षेत्र में गन्ना तौल केंद्र से मिल जाने वाले गन्ने को मात्रा से अधिक भरकर वाहन एनएच पर दौड़ते हैं। ये वाहन दौड़ते हुए ऐसे प्रतीत होते हैं जैसे साइड से निकल रहे वाहन के उपर तुरंत पलट जाएंगे। पहले भी गन्ना लदे वाहनों के पलटने से दोघट, खेकड़ा क्षेत्र में कई हादसे हो चुके हैं। इसके बाद भी न एआरटीओ इस ओर ध्यान देते हैं और न ही प्रशासनिक अधिकारी। गुरुवार को खेकड़ा गैस एजेंसी के पास गन्ना लदा ट्रक पलटने से बाल बाल बचा। जब ट्रक डोल रहा था तो पीछे से आ रहे वाहन काफी दूर ही रुक गए जबकि कुछ दूसरी तरफ से निकलने लगे। इससे एक बारगी जाम की स्थिति भी बन गई थी। राहगीर कई बार अधिकारियों से गन्ना लदे ओवरलोड वाहनों के दौड़ने को प्रतिबंधित करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एसडीएम अजय कुमार का कहना है कि संबंध में एआरटीओ से कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करने की बात कही है। कुत्तों ने नीलगाय के बच्चे को किया घायल
बली गांव निवासी डा. नीरज उर्फ टीटू ने बताया कि किसान संतराम, देवराज और आदेश ने देखा कि नीलगाय के बच्चे के पीछे कुत्ते पड़े थे। कुत्तों ने उसे घेर लिया और नोंचना शुरू कर दिया। उन्होंने पीछा कर कुत्तों से नीलगाय के बच्चे को बचाया। घायल नीलगाय के बच्चे का उपचार कराकर वन विभाग की टीम को सूचना दी।
उधर, वन रेंजर संजीव शर्मा का कहना है कि ग्रामीणों ने घायल नीलगाय के बच्चे की सूचना दी थी। घायल नीलगाय के बच्चे का उपचार कराया गया।