इलम सिंह हत्याकांड के तीसरे आरोपित युवक ने थाने में किया आत्मसमर्पण
बागपत जेएनएन। खाकी के खौफ के चलते किसान इलम सिंह की हत्या के तीसरे आरोपित युवक ने भी सोम
बागपत, जेएनएन। खाकी के खौफ के चलते किसान इलम सिंह की हत्या के तीसरे आरोपित युवक ने भी सोमवार को थाने में आत्म समर्पण किया। आरोपित मुठभेड़ के दौरान पुलिस के सामने से फरार हो गया था। उसके दो साथी पैर में गोली लगने पर घायल होने के बाद पकड़े गए थे।
ग्राम तितरौदा निवासी बुजुर्ग किसान इलम सिंह की 16 जून की रात मकान के कमरे में हत्या कर दी गई थी। दूसरे कमरे में अलमारी से 60 हजार रुपये नगद, आभूषण, डायरी व अन्य सामान चोरी किया गया था। उनकी पुत्रवधू आशा ने सिघावली अहीर थाने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। 18 जून की देर शाम तेड़ा चौकी के पास पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल होने के बाद आरोपित सीताराम पुत्र धर्मपाल व बबलू पुत्र अलीजान निवासीगण तितरौदा पकड़े गए थे। फुरकान पुत्र जुल्फिकार निवासी ग्राम भनैड़ा (गाजियाबाद) भागने में कामयाब हो गया था। फुरकान आरोपित बबलू का रिश्तेदार है। पुलिस ने दावा किया था तीनों आरोपितों ने किसान की हत्याकर मकान में चोरी की थी। पकड़े गए दोनों आरोपितों के पास से दो तमंचे मय कारतूस व खोखा, चोरी की रकम में से 37 हजार रुपये व सोने-चांदी की पांच आभूषण बरामद हुए है। पुलिस आरोपित फुरकान की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी थी।
एसओ रवि रतन ने बताया कि सोमवार सुबह आरोपित फुरकान तीन-चार ग्रामीणों के साथ सिघावली अहीर थाने पहुंचा। उसने अपने दोनों हाथ ऊपर करते हुए कहा कि साहब, मैं फुरकान हूं। किसान इलम सिंह की हत्या करके मुझसे बहुत बड़ी गलती हुई है। पुलिस कार्रवाई के डर से मैं खुद थाने आया हूं। भविष्य में कोई अपराध नहीं करूंगा, मुझे गिरफ्तार कर लो। पुलिस ने आरोपित फुरकान को गिरफ्तार किया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा और मकान से चोरी की गई रकम में से 11,200 रुपये बरामद हुए हैं। आरोपित फुरकान को अदालत में पेश किया। उसको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।