डाक्टर-कर्मचारियों की हड़ताल से थम गई टीकाकरण की रफ्तार
बागपत जागरण संवाददाता। एनएचएम कर्मचारी संघ के बैनर तले चल रहे डाक्टर और कर्मचारियों की
बागपत, जेएनएन। एनएचएम कर्मचारी संघ के बैनर तले चल रहे डाक्टर और कर्मचारियों की हड़ताल से अब चिता भी बढ़ रही है। हड़ताल लंबी चली तो जिले में कोरोना का टीकाकरण ठप हो जाएगा। अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर भी इसका फर्क लगेगा। डीएम और सीएमओ ने भी कर्मचारियों धरने को समाप्त करने का अनुरोध किया, लेकिन कर्मचारियों ने नहीं मानी है।
छह मांगों को लेकर एनएचएम डाक्टर और कर्मचारियों की हड़ताल जिला अस्पताल में चल रही है। सभी कार्यों का बहिष्कार किया हुआ है। शुक्रवार को हड़ताल का नेतृत्व कर रहे टीबी विभाग के ललित सिंह ने बताया कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। कुछ मांगों के मानने की जानकारी अफसरों के माध्यम से मिल रही है, लेकिन प्रांतीय संगठन से कोई जानकारी नहीं मिली है। जब तक संगठन से हमें कोई आदेश नहीं मिल जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उनकी मांग नियमितीकरण सहित वेतन पालिसी एवं वेतन विसंगति, रिक्त पदों पर गैर जनपद स्थानांतरण, आउटसोर्स प्रक्रिया को समाप्त करने, बीमा पालिसी, आशा बहुओं का नियत मानदेय आदि हैं। जब तक मांग पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान डा. राजीव गोला, मनीष पांडेय, अनिल कुमार, मनोज शर्मा, अमित, अफसार बेग, मीनू, हेमलता, वर्षा, रोहित कुमार, हाकिम सिंह, धर्मेंद्र कुमार, अनुज, राकेश कुमार मौजूद रहे। सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रभावित तो नहीं हुए, लेकिन थोड़ी परेशानी हो गई है। टीकाकरण पर असर पड़ रहा है। डीएम से भी प्रतिनिधि मंडल को मिलवाया गया था, उन्होंने कुछ लोगों को आंदोलन में रहने देने और अन्य को कार्य में जुट जाने के लिए बोला है। हो सकता है शाम तक हड़ताल को खत्म करने के लिए उनके पास प्रदेश स्तर से कोई आदेश आ सकता है। टीकाकरण पर पड़ा प्रभाव
-हड़ताल से स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कोरोना का टीकाकरण थम गया है, कोरोना की जांच भी सही तरह से नहीं हो रही है। फोकस सैंपलिग पर भी ब्रेक लगा है। स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।