डकैती का राजफाश नहीं, छोड़े दो आरोपित..तो चली गई थानेदारी

सिघावली अहीर थाना प्रभारी देवेश कुमार सिंह को अपराध शाखा भेजा गया है। बेशक अफसर उनका रूटीन ट्रांसफर बता रहे है लेकिन हकीकत किसी से छिपी नहीं है। इंस्पेक्टर क्राइम कंट्रोल करने में नाकाम रहे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 09:30 PM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 09:30 PM (IST)
डकैती का राजफाश नहीं, छोड़े दो आरोपित..तो चली गई थानेदारी
डकैती का राजफाश नहीं, छोड़े दो आरोपित..तो चली गई थानेदारी

बागपत, जेएनएन। सिघावली अहीर थाना प्रभारी देवेश कुमार सिंह को अपराध शाखा भेजा गया है। बेशक अफसर उनका रूटीन ट्रांसफर बता रहे है, लेकिन हकीकत किसी से छिपी नहीं है। इंस्पेक्टर क्राइम कंट्रोल करने में नाकाम रहे।

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बुधवार देर रात चार इंस्पेक्टरों को नई तैनाती दी है। सिघावली अहीर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देवेश कुमार के अलावा पुलिस लाइन में तैनात इंस्पेक्टर मदनपाल व भूपेंद्र सिंह को अपराध शाखा भेजा गया है। पुलिस लाइन में ही तैनात इंस्पेक्टर दीक्षित कुमार त्यागी को सिघावली अहीर थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

दरअसल गत 22 अगस्त की रात ग्राम कैड़वा के मंदिर में महंत को बंधक बनाकर बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने डकैती की घटना को लूट की धारा में दर्ज कर ली थी, लेकिन केस का पुलिस अभी तक राजफाश नहीं कर पाई है। इसके अलावा कई आपराधिक घटनाएं हुई। इससे ज्यादा थाना पुलिस की किरकिरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिक्योरिटी में तैनात दिल्ली पुलिस के सिपाही की माता पर हमला करने के दो आरोपितों को थाने से छोड़ने के मामले में हुई है। आरोपितों के अदालत से एनबीडब्ल्यू जारी है। मामला सुर्खियों में आने पर पुलिस ने केस के दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इस घटनाओं से ही लोग थाना प्रभारी का ट्रांसफर जोड़कर देख रहे है। नए थाना प्रभारी के लिए भी मंदिर डकैती की घटना का राजफाश करना बड़ी चुनौती है। उधर एएसपी मनीष कुमार मिश्र का कहना है कि ट्रांसफर की सामान्य क्रिया है। दूसरे जनपदों से कई इंस्पेक्टर आए हैं। बेहतर कार्य के लिए इंस्पेक्टरों की तैनाती की गई है।

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