किसान की बेटी महिमा ने मेहनत के बल पर लिखीं सफलता की इबारत
बागपत जेएनएन। क्रांतिकारी बाबा शाहमल के बिजरौल गांव के किसान की बेटी महिमा तोमर ने मेह
बागपत, जेएनएन। क्रांतिकारी बाबा शाहमल के बिजरौल गांव के किसान की बेटी महिमा तोमर ने मेहनत के बल पर सफलता की इबारत लिख दी। महिमा ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में 634वीं रैंक हासिल कर नाम रोशन किया है।
बिजरौल गांव के किसान राजीव कुमार की बेटी महिमा तोमर आज पूरे क्षेत्र के लिए मिसाल बनी हुई है, चूंकि हाल ही उसने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 2020 के परिणाम में 634वीं रैंक हासिल सफलता हासिल की है। महिमा ने बताया कि उसने प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राइमरी स्कूल में की। उसके बाद बड़ौत शहर से हाइस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। एमआइटी मेरठ से बीटेक करने के बाद मल्टीनेशनल कंपनी समेत नाबार्ड बैंक में नौकरी की। उसके बाद ही मेहनत कर उसे यह सफलता हासिल हुई है। महिमा का कहना है कि वह बचपन से ही मेहनत कर रही है और चौथे प्रयास में उसे यह कामयाबी हासिल हुई है। उसकी सफलता का सफर भविष्य में भी जारी रहेगा।
---
बेटियों को दे रही आगे बढ़ने का संदेश
महिमा का कहना है कि यह सफलता उसे यूं ही नहीं मिली है, बल्कि इसके पीछे उसकी मेहनत और बड़ा संघर्ष छिपा हुआ है। वह बेटियों को संदेश देती हुई कहती है कि सफलता की सीढ़ी चढ़ती जाओ, पीछे मुड़कर मत देखा, कामयाबी एक दिन अवश्य मिलेगी।
---
परिवार के लोगों को महिमा पर नाज
महिमा की सफलता पर उसके परिवार का हर कोई सदस्य नाज कर रहा है। पिता राजीव का कहना है कि बेटी की कामयाबी से सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। माता कुसुमलता का कहना है कि बेटी से बचपन से कुछ अच्छा करने की उम्मीद थी, जिस पर बेटी खरी उतरी है।