खेत में तेंदुआ देख सहमा, सूचना पर दौड़े ग्रामीण
क्षेत्र के मवीकलां और आस-पास के गांवों में तेंदुए की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है।
बागपत, जेएनएन। क्षेत्र के मवीकलां और आस-पास के गांवों में तेंदुए की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। किसान खेतों में अकेले काम करने जाते हुए कतरा रहे हैं। फिर से खेत में काम कर रहे मजदूर को तेंदुआ दिखाई दिया। गांव में इसकी सूचना तो दर्जनों ग्रामीणों ने जंगल में तलाश की, लेकिन तेंदुआ दिखाई नहीं दिया।
बुधवार की सुबह मवीकला के जंगल में मजदूर बब्बू गन्ना छील रहा था। पास के ही ईख के खेत में नजर आया, तो वह सहम गया है। ईंख के खेत से होते हुए तेंदुआ गायब हो गया। मजदूर ने इसकी सूचना गांव के देवेन्द्र को दी। देवेंद्र ने ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही रालोद नेता डा. कुलदीप उज्ज्वल दर्जनों ग्रामीणों के साथ खेत में पहुंचे। वहीं, जानकारी मिलते ही मवीखुर्द, मतानतनगर, बुढ़सैनी, और पूरा महादेव के ग्रामीण भी जंगल मे आ गए। सभी ने मिलकर जंगल तेंदुए की तलाश की, लेकिन वो नहीं मिला। डा. कुलदीप उज्ज्वल ने आक्रोश जताते हुए बताया कि प्रशासन और वन विभाग की अनदेखी व घोर लापरवाही के चलते दर्जनों गांवों के लोग दहशत में जी रहे हैं। पिछले 15 दिनों से तेंदुआ जंगल में घूम रहा है, लेकिन आज तक प्रशासन ने जनता की सुध नहीं ली। अतिशीघ्र प्रशासन की नींद नहीं खुली तो जनता विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी। इस मौके पर कुलदीप, भीम सिंह, धर्मपाल सिंह, कृष्णपाल सिंह, वीरेंद्र, देवेन्द्र, प्रदीप, नीरज शर्मा, सुरेश कश्यप आदि उपस्थित थे। बारहसिघा को युवकों ने कुत्तों से बचाया
रोशनगढ़-पिलाना के जंगल में एक दुर्लभ प्रजाति के बारहसिघा हिरण पर कुत्तों के झुंड ने हमला बोल दिया था। खेत में कुत्तों की तेज आवाज दूर तक सुनाई दे रहे रही थी। इस दौरान खेत में काम कर रहे किसान मास्टर सतवीर आवाज सुनकर पहुंचे तो हिरण इधर-उधर दौड़ रहा था। वहीं, पास से दौड़ लगा रहे लगा रहे युवकों को आवाज देकर बुलाया। बताया कि कुत्तों ने हिरण को घायल कर दिया है। युवकों ने दुर्लभ प्रजाति के हिरण को कुत्तों बचाया। उसे काटकर घायल कर दिया था। पिलाना निवासी युवक सचिन, नितिन, मिटू, राजीव आदि ने हिरण को बचाकर उसका उपचार कराया। उसके बाद वन विभाग को इसकी जानकारी दी। वन विभाग की टीम घायलावस्था में हिरण को अपने साथ लेकर चली गई।