सिपाही पर हमला करवाने वाले दोस्त को मुठभेड़ में लगी गोली
करीब 15 दिन पूर्व सिपाही पर बदमाशों ने नहीं बल्कि दोस्त ने ही एक लाख की सुपारी दी।
बागपत, जेएनएन। करीब 15 दिन पूर्व सिपाही पर बदमाशों ने नहीं बल्कि दोस्त ने ही एक लाख की सुपारी देकर गोली चलवाई थी। पुलिस ने सुपारी देने वाले दोस्त को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में दो गोली लगी हैं। उसके दो साथी फायरिग करते हुए फरार हो गए। सिपाही अब स्वस्थ है।
कोतवाली प्रभारी अजय शर्मा के मुताबिक सिपाही अरुण कुमार को आठ सितंबर की रात पुलिस लाइन से खेकड़ा ड्यूटी जाते समय काठा-बंदपुर संपर्क मार्ग पर ग्राम बंदपुर के मोड़ के पास गोली मारकर घायल कर दिया गया था। सिपाही की पत्नी ने कोतवाली पर बाइक सवार तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बुधवार रात डेढ़ बजे ग्राम पाली के निकट दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर बाइक सवार तीन लोगों की पुलिस के साथ की मुठभेड़ हो गई। आरोपित किरणपाल निवासी ग्राम महेशपुर चौपड़ा हाल निवासी नौरोजपुर रोड बागपत दोनों पैरों में पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। उसके पास से एक तमंचा बरामद हुआ। उसके दो साथी विनोद उर्फ कल्लू निवासी महेशपुर चौपड़ा व लोकेश निवासी नौरोजपुर रोड बागपत भागने में कामयाब हो गए। इंस्पेक्टर अजय शर्मा ने बताया कि किरणपाल की कचहरी के निकट चाय की दुकान है। सिपाही अरुण कुमार से उसकी काफी समय से दोस्ती थी और घर पर भी आना जाना था। इंस्पेक्टर ने बताया कि सिपाही अरुण कुमार का पत्नी से झगड़ा हुआ था। इसके बाद किरणपाल सिपाही की पत्नी पर बुरी नजर रखने लगा। पत्नी ने सिपाही को जानकारी दी तो अरुण ने किरणपाल को डांट दिया था। इसी से क्षुब्ध होकर उसने सिपाही को जान से मारने के लिए विनोद को एक लाख रुपये की सुपारी दे दी। इसके बाद विनोद, लोकेश समेत तीन शूटरों ने सिपाही को गोली मार दी थी।
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वकीलों की सीओ से नोकझोंक
पुलिस आरोपित किरणपाल को गुरुवार को जिला अस्पताल से कोर्ट में पेश करने के लिए ले गई। वहां पर अधिवक्ताओं ने किरणपाल को फर्जी मुठभेड़ में गोली मारने व थर्ड डिग्री देने का आरोप लगाते हुए पुलिस का घेराव कर हंगामा किया। वकीलों की सीओ अनुज मिश्र से नोकझोंक भी हुई। एसडीएम अनुभव सिंह के आश्वासन पर अधिवक्ता शांत हुए।