अतिक्रमण हटा न सफाई हुई, परेशानी का सबब बनेंगे तालाब

ग्रामीण क्षेत्रों में अधिअकांश तालाबों से अवैध कब्जा नहीं हट सका है और सफाई

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:05 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:05 PM (IST)
अतिक्रमण हटा न सफाई हुई, परेशानी का सबब बनेंगे तालाब
अतिक्रमण हटा न सफाई हुई, परेशानी का सबब बनेंगे तालाब

बागपत, जेएनएन। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिअकांश तालाबों से अवैध कब्जा नहीं हट सका है और सफाई भी नहीं हुई है लिहाजा बरसात के दिनों में तालाबों का पानी ओवरफ्लो होकर गांव के लोगों के सामने परेशानी का सबब बनेगा। तालाब का पानी आसपास गलियों में भरकर घरों तक में घुस जाता है। हिलवाड़ी, मलकपुर, जौहड़ी, अंगदपुर, आरिफपुर खेड़ी, बिनौली, सिरसली, किशनपुर बराल, कासिमपुर खेड़ी, बिजरौल, दाहा आदि गांवों में तालाबों के कुछ हिस्से पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। शिकायत के बाद भी प्रशासन तालाबों से अवैध कब्जा नहीं हटवा सका है। पिछले साल कई तालाबों की सफाई भी कराई गई, लेकिन स्थिति उन तालाबों की भी जस की तस बनी हुई है। विनोद, मनोज, संजय, रामपाल आदि ने बताया कि प्रशासन को ऐसे तालाबों को चिहित कर उनसे अतिक्रमण हटवाकर सफाई करानी चाहिए। अंगदपुर गांव में राजकीय कन्या इंटर कालेज के पीछे आरिफपुर खेड़ी गांव के एक तालाब पर अवैध कब्जा कर मकान बनाया जा रहा है। एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए तालाबों को चिह्नित कर लिया गया है और जल्द ही उनसे अवैध कब्जे हटवाकर उनकी सफाई कराई जाएगी, जिससे तालाबों के आसपास जलभराव की समस्या न बन सके। इसके लिए ग्राम प्रधानों और लोगों का भी सहयोग लिया जाएगा।

कांशीराम कालोनी में आवंटित फ्लैट को किराए पर देने के विरोध में किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, बड़ौत: कांशीराम आवासीय कालोनी में अवैध कब्जे और फ्लैट को किराए पर दिए जाने के विरोध में हिदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को तहसील में प्रदर्शन किया और एसडीएम को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की।

जिला प्रभारी आलोक शास्त्री के नेतृत्व में तहसील पहुंचे प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कांशीराम आवासीय कालोनी में जो घर पात्रों को दिए गए थे, उनमें से ज्यादातर पर अवैध कब्जे हो चुके हैं। जिन लोगों को ये घर आवंटित किए गए थे। उनमें अब दूसरे लोग रह रहे हैं। ये लोग बकायदा किराया भी दे रहे है। अधिकतर घरों पर बाहरी तत्वों के कब्जे हो चुके हैं। कार्यकर्ताओं का कहना था कि अधिकारियों को सब पता होने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। इसके अलावा जिन लोगों को कांशीराम कालोनी में फ्लैट आवंटित किए गए। उनमें से अधिकतर के पास खुद के मकान हैं। इसीलिए वह वे कांशीराम आवासीय कालोनी में आवंटित फ्लैट में न रहकर उसे किराए पर दे रखा है। चेतावनी दी कि यदि दो दिनों ने प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई तो तहसील में धरना शुरू कर दिया जाएगा।

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