नया कीर्तिमान बनाकर रमाला चीनी मिल का पेराई सत्र समाप्त
सहकारी चीनी मिल रमाला के पेराई सत्र का समापन हो गया है।
बागपत, जेएनएन। सहकारी चीनी मिल रमाला के पेराई सत्र का समापन हो गया है। प्रधान प्रबंधक का दावा है कि चीनी मिल ने इस सत्र में 98 लाख कुंतल गन्ना पेराई करके नया कीर्तिमान स्थापित किया है। गन्ना भुगतान में भी सहकारी चीनी मिल रमाला मंडल में प्रथम स्थान पर है। चीनी मिल ने चालू पेराई सत्र का अब तक 123 करोड़ रुपये का गन्ना भुगतान कर दिया है। शेष गन्ना भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसको देखते हुए अब अन्य मिलों को भी इसी तरह करना होगा।
प्रधान प्रबंधक डाक्टर आरबी राम ने बताया कि चीनी मिल का पेराई सत्र चार नवंबर 2020 को चालू किया गया था। चीनी मिल की प्रतिदिन क्षमता 50 हजार कुंतल गन्ने की पेराई की है। चीनी मिल ने अपने क्षेत्र के गन्ने की 26 मई को ही पेराई कर ली थी, लेकिन बागपत चीनी मिल में तकनीकी खराबी आ गई थी। इसी कारण रमाला सहकारी चीनी मिल को बागपत मिल के चार लाख कुंतल गन्ने की पेराई करनी पड़ी। बागपत मिल के खराब गन्ने के कारण पेराई करने में मिल को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा। चीनी मिल ने तीन जून तक 98.80 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कर सहकारी चीनी मिलों में मंडल में पहला स्थान प्राप्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। चीनी मिल ने 30 करोड़ रुपये की बिजली बेची।
प्रधान प्रबंधक ने गन्ना यार्ड में पहुंचकर आखिरी गन्ना डालकर पेराई चेन पर ब्रेक लगाया। इस दौरान चीफ इंजीनियर एपी सिंह, चीफ केमिस्ट एसके झा, डीके द्विवेदी, आरके त्रिपाठी, सुमित पंवार आदि मौजूद थे।