38.7 हजार रुपये से भरा थैला बाल अपचारी ले उड़ा

दिल्ली पुलिस के दारोगा की माता के ऊपर पहले गंदगी डाली गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:04 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:04 PM (IST)
38.7 हजार रुपये से भरा थैला बाल अपचारी ले उड़ा
38.7 हजार रुपये से भरा थैला बाल अपचारी ले उड़ा

बागपत, जेएनएन। दिल्ली पुलिस के दारोगा की माता के ऊपर पहले गंदगी डाली गई। गंदगी को हैंडपंप पर साफ करते समय बाल अपचारी उनका थैला ले उड़ा। थैले में 38.7 हजार रुपये व महत्वपूर्ण दस्तावेज थे।

ग्राम ढिकौली निवासी 65 वर्षीय महिला रतन कौर ने बताया कि दिल्ली पुलिस में उनका एक बेटा वीर सिंह ढाका दारोगा व दूसरा बेटा मनोज कुमार ढाका हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं, जो दिल्ली के दुर्गापुरी में रहते हैं। वह फिलहाल अपने बेटों के पास रह रही है। शुक्रवार सुबह बैंक खाते से रुपये निकालने के लिए बागपत आई थी। बैंक खाते से 38 हजार रुपये निकालकर दोपहर करीब 12 बजे वापस दिल्ली जाने के लिए बस में चढ़ने लगी, तभी एक व्यक्ति बोला कि तुम्हारे कपड़ों व थैले पर गंदगी पड़ी है। वह बस में चढ़ने के बजाए चमरावल रोड पर स्थित हैंडपंप पर पहुंचकर गंदगी साफ करने लगी। उसी समय उनके बड़े थैले से एक बच्चा छोटा थैला निकालकर भाग गया। थैले में 38.7 हजार रुपये नगद व महत्वपूर्ण दस्तावेज थे।

वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच कर बैंक व दुकानदारों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, लेकिन अपचारी बच्चे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। उधर, कोतवाली प्रभारी अजय कुमार शर्मा का कहना है कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। सासी गिरोह हुआ बागपत में सक्रिय

दारोगा की माता के थैले पर गंदगी लगाने व फिर सफाई करते हुए थैला ले उड़ने की घटना राजस्थान के सासी गिरोह के बागपत में सक्रिय होने का इशारा कर रही है। सासी गिरोह के सदस्य जिसमें महिला, पुरुष व बच्चे शामिल होते हैं। गिरोह बस अड्डे या रेलवे स्टेशन के पास रहता है। अक्सर बैंक में गिरोह के बच्चे, महिला व पुरुष रहते है। बैंक से जो ग्रामीण ज्यादा रुपये निकाल कर बाहर निकलता है, उसे ये निशाना बनाते हैं। पुरुष या महिला सदस्य ग्रामीण के कपड़े पर गंदगी लगा देता है, फिर दूसरा सदस्य गंदगी लगने का शोर मचाता है। जब ग्रामीण कपड़े साफ करता है तो उसके रुपये बच्चा या महिला सदस्य उड़ाकर ले जाते हैं। फिर रुपयों को बस स्टेशन या रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले सदस्यों को भेज दिए जाते है। सदस्य रुपये लेकर राजस्थान निकल जाता है। सासी गिरोह एक स्थान पर ज्यादा दिन नहीं टिकता है।

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