शिक्षकों ने बताई समस्या, डीआइओएस ने दिया आश्वासन
माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने डीआइओएस को शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं से् अवगत कराया।
बागपत, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने डीआइओएस को शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। शिक्षकों ने चेताया कि यदि माह सितंबर का वेतन भुगतान एक अक्टूबर को नहीं किया तो बेमियादी धरना प्रारंभ कर दिया जाएगा।
बुधवार को डीआइओएस से मिलकर शिक्षकों ने प्रतिमाह वेतन भुगतान में लेटलतीफी होने पर कड़ी नाराजगी जताई। जिस पर काफी शिक्षक भड़क गए। शिक्षक नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा कि नई पेंशन में सेवानिवृत्त हो चुके प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों की आज तक पेंशन स्वीकृत नहीं हो सकी है। मृतक आश्रितों की नियुक्ति न होने तथा कई शिक्षकों की पदोन्नति न होने, शिक्षकों के लेजर न बनने तथा एनपीएस खातों में ब्याज की धनराशि न भेजे जाने पर शिक्षकों में भारी आक्रोश है। जिला मंत्री सत्यवीर सिंह ने शिक्षकों के विभिन्न अवशेषों जैसे जैन खेकड़ा की शिक्षिका पवन कुमारी, लुहारी के मृत शिक्षक भूषण राणा की पेंशन न होना, बागपत के हितेश कुमार का चयन वेतनमान, प्रेरणा के जीपीएफ प्रकरण पर कार्रवाई सहित ढेरो प्रकरणों को डीआईओएस को अवगत कराया। डीआईओएस रविद्र सिंह ने पटल सहायकों से शिक्षकों की पत्रावलियो को मंगवाकर निपटारा कराया। वहीं सितंबर माह वेतन भी खातों में भिजवाया। शिक्षकों को आश्वस्त किया कि शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। इस अवसर पर इंद्रपाल सिंह, मीडिया प्रभारी अजय राज शर्मा, मनोज कुमार, दीपक शर्मा, घनश्याम, प्रमोद ,योगेंद्र शर्मा ,उपेन्द्र पवार, जितेंद्र पाल, राजेंद्र शर्मा नवीन कुमार,अमित कुमार सहित काफी शिक्षक मौजूद थे। आफलाइन शिक्षण के बाद परीक्षाओं की सुगबुगाहट
सीबीएसई के स्कूलों में आफलाइन शिक्षण शुरू होने के बाद अब कक्षा 10 व 12 की टर्म-वन की परीक्षाएं कराने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। आब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों पर आधारित टर्म वन की परीक्षा के लिए छात्रों को डेढ़ घंटे में 40-50 प्रश्न पूछे जाएंगे।
वनस्थली पब्लिक स्कूल बड़ौत के प्रधानाचार्य रणवीर सिंह के मुताबिक, टर्म वन की परीक्षाएं संभवत: नवंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू होंगी। इसके लिए बोर्ड जल्द ही डेट शीट जारी करेगी। बोर्ड की वेबसाइट पर सभी विषयों के सैंपल पेपर के साथ-साथ ओएमआर शीट भी अपलोड की गई है, जिसके माध्यम से परीक्षा की पूरी प्रक्रिया आसानी से समझा जा सकता है। बोर्ड के पूर्व के नोटिफिकेशन में यह स्पष्ट है कि टर्म वन की परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र बोर्ड द्वारा केंद्रीय रूप से निर्धारित होगा और स्कूल अपने स्वयं के प्रश्नपत्र निर्धारित नहीं कर सकेंगे। वहीं विद्यार्थियों को इस बात को भी ध्यान में रखकर तैयार करनी होगी कि अगर मार्च में प्रस्तावित टर्म-टू एग्जाम में कोई व्यवधान आता है तो टर्म वन एग्जाम को ज्यादा वेटेज मिलेगा।