चीनी मिल की क्षमता बढ़वाने का प्रस्ताव पास

शुक्रवार को सहकारी चीनी मिल बागपत की आम सभा में डीएम शकुंतला गौतम ने गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों को बेहतर सुविधा देने पर जोर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Sep 2019 10:09 PM (IST) Updated:Sat, 14 Sep 2019 06:29 AM (IST)
चीनी मिल की क्षमता बढ़वाने का प्रस्ताव पास
चीनी मिल की क्षमता बढ़वाने का प्रस्ताव पास

बागपत, जेएनएन। शुक्रवार को सहकारी चीनी मिल बागपत की आम सभा में डीएम शकुंतला गौतम ने गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों को बेहतर सुविधा देने पर जोर दिया। मिल को मुनाफे में लाने के लिए चीनी परता ज्यादा प्राप्त करने की हिदायत दी। वहीं चीनी मिल की प्रतिदिन की गन्ना पेराई क्षमता 25 हजार से बढ़ाकर एक लाख कुंतल की कराने का प्रस्ताव पास कर शासन को भेजने का फैसला लिया।

चीनी मिल प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष विरेंद्र राणा के अनुसार, चीनी मिल में कांटे के पास छत की मरम्मत कराने, किसानों को सर्दी से बचाने को गन्ना यार्ड में हीटर और गर्मी से बचाने को पंखे लगवाने, पेयजल को आरओ लगवाने, गन्ना आपूर्ति पर्ची की वैधता तारीख एक माह करने, गन्ना भुगतान बकाया पर किसानों को ब्याज देने, गन्ना भुगतान कराने, मिल 20 अक्टूबर से चलाने, मिल परिसर में बने आवासों से बाहरी व्यक्तियों को बाहर करने, दूसरे विभाग के कर्मियों से मकान किराया चार हजार रुपये प्रति माह तथा बिजली बिल वसूलने, मिल की दो हेक्टयेर जमीन ऊर्जा निगम से खाली कराने या किराया वसूलने बंदपुर, फैजपुर निनाना, पदड़ा नये गन्ना केंद्र खुलवाने, किसानों से गन्ना आवेरलोड नहीं काटने जैसे मुद्दे छाए रहे। मिल जीएम आरके जैन, राममेहर सिंह, सुरेश त्यागी, राजवीर, सुखबीर सिंह चौहान, महिपाल सिंह, राजीव व सरोज देवी आदि मौजूद रहे। अधिकारियों व मिल प्रबंध समिति के सदस्यों का सम्मानित किया गया। मिल के घाटे पर उठाया सवाल

बागपत : शुक्रवार को रालोद कार्यालय पर हुई बैठक में पार्टी के मंडल महासचिव ओमबीर ढाका ने कहा कि साल 2012 में बागपत चीनी मिल 36 करोड़ रुपये के घाटे में थी लेकिन साल 2018-2019 में यह घाटा 86 करोड़ से ज्यादा हो गया। जबकि चीनी परता आठ से बढ़कर 10 से 12 प्रतिशत तक पहुंच गया। इसके बावजूद घाटा कम होने के बजाय क्यों बढ़ा? बैठक में योगेंद्र पाबला, विक्रम, राजेंद्र, रामपाल, सत्यवीर, कंवरपाल आदि मौजूद रहे।

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