गन्ना किसानों का धरना, आत्मदाह की चेतावनी
गाधी गांव के गन्ना क्रय केंद्र का विवाद तूल पकड़ गया।
बागपत, जेएनएन। गाधी गांव के गन्ना क्रय केंद्र का विवाद तूल पकड़ गया। एक पक्ष के किसानों ने शनिवार दोपहर एक बजे डीसीओ दफ्तर पर प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर चेतावनी दी कि उनके लिए अलग क्रय केंद्र नहीं बनाया गया तो दो नवंबर को बागपत चीनी मिल के पेराई शुभारंभ के दौरान आत्मदाह करेंगे।
धरना दे रहे किसानों की मांग है कि बागपत सहकारी चीनी मिल का एक क्रय केंद्र गांधी गांव के पश्चिम अथवा दक्षिण दिशा में लगाकर उनका गन्ना खरीदा जाए। वर्तमान में क्रय केंद्र तक जाने को तंग गली से जाना पड़ता है, जिससे फसाद का खतरा है। पिछली साल गन्ना तौल को लेकर झगड़ा हुआ था। उसके बाद अगस्त में एक युवक की हत्या से गांव में तनाव और बढ़ गया है।
वर्तमान में जहां क्रय केंद्र है, उधर के किसानों का महज 10 फीसद गन्ना है, लेकिन हमारी तरफ 90 फीसद गन्ना है। इसलिए
गांव में अग्रवाल मंडी रोड यानी पश्चिम या दक्षिण दिशा की तरफ अलग क्रय केंद्र बनाया जाए। कई किसानों ने चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं होने पर बागपत मिल के पेराई शुभारंभ के दौरान मिल की गन्ना चैन में कूदकर आत्मदाह करेंगे। बागपत मिल में पेराई का शुभांरभ करने गन्ना मंत्री सुरेश राणा आएंगे। किसानों और अधिकारियों में तीखी नोक झोंक हुई। प्रकाशचंद, विरेंद्र, कुलदीप, संजीव, नत्थूराम, राजबीर, करताराम, काशीराम और कुलदीप सिंह समेत अनेक किसान मौजूद रहे। चढ़ाई भट्ठी
-अनिश्चितकालीन धरना दे रहे किसानों ने डीसीओ कार्यालय परिसर में भट्ठी चढ़ाकर अपने लिए भोजन तैयार किया।
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गन्ना क्रय केंद्र का स्थान परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। यदि किसी क्रय केंद्र पर तीन साल तक ढाई लाख कुंतल खरीद
हुई है तो उसे दो भागों में बांटकर नया केंद्र बनाया जा सकता है। गाधी गांव के क्रय केंद्र पर दो लाख कुंतल से कम खरीद होती है। हालांकि गाधी गांव में नए केन्द्र खोलने को लेकर डीएम ने रिपोर्ट मांगी है, जिसे भेजा जा रहा है।
-डा. अनिल कुमार भारती, डीसीओ