कोरोनाग्रस्तों संग स्वजन का भी ध्यान रख रहीं सीमा

कोविड अस्पताल में मरीज का ध्यान रखने के साथ डौला निवासी स्टाफ नर्स तीन बच्चे का भी ध्यान रखा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 12:37 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 12:37 AM (IST)
कोरोनाग्रस्तों संग स्वजन का भी ध्यान रख रहीं सीमा
कोरोनाग्रस्तों संग स्वजन का भी ध्यान रख रहीं सीमा

बागपत, जेएनएन। कोविड अस्पताल में मरीज का ध्यान रखने के साथ डौला निवासी स्टाफ नर्स तीन बच्चे व ससुरालीजन का भी ख्याल रख रही है। वह निडर होकर मरीजों के सेवा में लगी है।

डौला गांव की बहू सीमा शर्मा खेकड़ा सीएचसी पर बतौर स्टाफ नर्स तैनात हैं। सीएचसी के बीते साल कोविड अस्पताल बनने पर उन्हें विभाग ने कोरोना मरीजों की सेवा की जिम्मेदारी दी थी। उस दौर में भी सीमा ने ड्यूटी पर मरीजों की सेवा तो घर लौटने के बाद तीन बच्चे व सास संग अन्य ससुरालीजन की ध्यान रखा। सीमा ने बताया कि शुरूआत में जब कोरोना का संकट देश में छाया तो एक बारगी तो बेहद डर लगा कि मरीजों की सेवा करते हुए कभी स्वजन भी जानलेवा बीमारी की चपेट में आ जाएं। लेकिन जब अस्पताल में मरीजों ने स्वजन जैस बर्ताव किया तो डर काफूर हो गया।

वह मरीजों के बीच रहकर कभी डर का अहसास नहीं हुआ। संक्रमण से बचने को कोविड नियम के साथ रोकथाम के पीपीई किट पहनकर मरीजों के बीच रही। अस्पताल से घर लौटने के करीब घंटा भर बाद तक बच्चों को करीब नहीं आने दिया।

अपने साथ स्वजन को भी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए निरंतर गर्म पानी व काढा संग दूध में हल्दी डालकर सेवन किया। अधीक्षक डा. ताहिर का कहना है कि सीमा अपने काम को बेहद लगन से पूरा करती है। मरीजों का ख्याल अपने स्वजन की तरह रखती हैं। कोरोना संक्रमण रोकने को किया माता का विशेष जाप

नवरात्रि में बुधवार को माता रानी के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी का पूजन हुआ। बाबा काले सिंह मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर मठ, सदाशिव शक्ति मंदिर, शिव मंदिर अहिरान मोहल्ला, बालाजी मंदिर, मां मंशादेवी मंदिर बड़ागांव आदि में सुबह से ही श्रद्धालुओं की पूजन को भीड़ रही। ब्रह्मचारिणी का पूजन कर श्रद्धालुओं ने परिवार सुख-शांति की कामना की।

बाबा काले सिंह मंदिर पुजारी अनिल गौनियाल ने बताया कि बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए मंदिर में माता रानी का विशेष जाप किया। जाप में क्षेत्र से सात पंडितों को बुलाया गया था। जाप पांच दिन तक चलेगा। उन्होंने बताया कि माता ब्रह्मचारिणी के एक हाथ में कमंडल और दूसरे में जप की माला होती है। इनका पूजन मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति दिलाता है।

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