महापंचायत सफल बनाने को गरजे रालोदी
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में सात मार्च को ढिकौली में रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की सभा को सफल बनाने को जनसंपर्क किया जा रहा है।
बागपत, जेएनएन। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में सात मार्च को ढिकौली में रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की महापंचायत सफल बनाने के लिए रालोद नेताओं ने ताकत झोंक दी। रालोद नेता गांवों में नुक्कड़ सभाएं कर सरकार के खिलाफ गरजने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
रालोद नेता कपिल गुर्जर ने बागपत में पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश में जयंत चौधरी की महापंचायतों में किसानों की भीड़ उमड़ रही। अब सात मार्च को ढिकौली में किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी। प्रदेश और केंद्र सरकार किसान विरोधी है।
कृषि कानून किसान विरोधी हैं। किसान आंदोलन कर रहे लेकिन सरकार को चिता नहीं। सात मार्च को ढिकौली महापंचायत में भाग लेने की अपील कर कहा कि महापंचायत में काफी संख्या में गुर्जर भाग लेंगे। रालोद नेता ओमबीर ढाका मौजूद रहे। किसान विरोधी है सरकार
वहीं बरसिया में नुक्कड़ सभा में रालोद नेता अश्वनी तोमर, सुरेश मलिक, आस मोहम्मद निवाडा, विकास प्रधान, फखरुद्दीन, प्रदीप शर्मा, महेंद्र यादव आदि ने ग्रामीणों से सात मार्च की ढिकौली की महापंचायत में भाग लेने की अपील की। तीनों कृषि
कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि रालोद ही किसानों के हक की लड़ाई लड़ रही है। किसानों का अहित कर रही सरकार
-रालोद के वीरपाल राठी, सतेंद्र प्रमुख, रतन सिंह व धीरज ने ढिकौली की महापंचायत को लोगों से सफल बनाने की अपील की है। पूर्व विधायक राठी ने कहा कि सरकार बिजली के दाम बढ़ाकर, गन्ना भुगतान नहीं करने व बिजली कनेक्शन काटकर किसानों को कुचलने पर तुली है जिसे रालोद सहन नहीं करेगा।