मुख्यमंत्री से शिकायत पर हरकत में आई पुलिस
24 जुलाई को गोठरा जंगल मे कई दिन से लापता किसान रिछपाल का शव पेड़ पर लटका मिला था।
बागपत, जेएनएन। 24 जुलाई को गोठरा जंगल मे कई दिन से लापता किसान रिछपाल का शव पेड़ पर लटका मिला था। हत्याकांड को पुलिस ठंडे बस्ते में डाले बैठी थी। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री व डीजीपी से शिकायत की तो पुलिस हरकत में आई।
गांव निवासी रिछपाल (55) पुत्र नेपाल सिंह 18 जलाई से लापता थे। स्वजन ने कोतवाली पर गुमशुदगी कर्ज कराई थी। 24 जुलाई की सुबह किसान का शव जंगल में शीशम के पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका मिला था। भतीजे विपिन ने गांव के लोगों पर जमीन नाम कराने के बाद हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया था। दो तीन दिन पुलिस ने भागदौड़ की, लेकिन फिर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। स्वजन ने कई बार कोतवाली पुलिस से मिलकर राजफाश की मांग की पर नतीजा सिफर रहा। पुलिस की शिथिल कार्रवाई पर आक्रोशित स्वजन ने मुख्यमंत्री पोर्टल के साथ डीजीपी से भी शिकायत की। शिकायत पर एसपी के कड़े रुख को देख तुरंत पुलिस हरकत में आई। दो दिन में पुलिस कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन सफलता नहीं मिली। सीओ युवराज सिंह का कहना है कि जांच चल रही है। जल्द हत्याकांड का राजफाश होगा। क्रूरतापूर्वक मवेशियों को ले जाते पांच तस्कर गिरफ्तार
कोतवाली पुलिस ने क्रूरतापूर्वक एक ट्रक में 31 मवेशियों को लादकर हरियाणा से मुजफ्फरनगर ले जाते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
इनमें आरोपित राजा, वसीम, मोहीन निवासीगण ग्राम शिकारपुर, आजम निवासी ग्राम लोई व मनसाद निवासी ग्राम तावली (मुजफ्फरनगर) शामिल है। कोतवाली प्रभारी अजय शर्मा का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई है।