पीकू-नीकू सेंटर में संसाधन भरपूर, नौनिहालों का बना रहेगा सुरक्षा कवच

कोरोना की तीसरी लहर से आने से पहले स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:47 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:47 PM (IST)
पीकू-नीकू सेंटर में संसाधन भरपूर, नौनिहालों का बना रहेगा सुरक्षा कवच
पीकू-नीकू सेंटर में संसाधन भरपूर, नौनिहालों का बना रहेगा सुरक्षा कवच

बागपत, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर से आने से पहले स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। अपने संसाधनों को दुरुस्त कर रहे हैं। बच्चों के लिए विशेष पीकू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) और नीकू (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) को तैयार कर दिया हैं। यहां पर संसाधन कमी नहीं होगी। विशेषज्ञ डाक्टरों की सुरक्षा में नौनिहाल रहेंगे।

जिले में केरोना की पहली लहर में दहशत ज्यादा और स्वास्थ्य विभाग के पास संसाधन कम थे। संक्रमण दर भी कम रही थी। दूसरी लहर ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलकर रख दी। सबसे ज्यादा किल्लत आक्सीजन की हुई। वैंटीलेटर होने के बावजूद उन्हें चलाने वाले विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी थी। लोगों की जान तक विभाग नहीं बचा पाया था। तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरा पैदा कर रही है। अब स्वास्थ्य विभाग ने सबसे पहले जरूरी संसाधनों को जुटाया है। बच्चों के लिए अलग से पीकू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) और नीकू (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) तैयार कर दिए हैं। नीकू सेंटर में जहां 27 दिन का नवजात भर्ती किए जाएंगे, वहीं उससे ज्यादा उम्र के जो बच्चे संक्रमित होंगे उन्हें पीकू में रखा जाएगा। प्रशिक्षित हो चुके हैं डाक्टर-नर्स, संसाधन है भरपूर

--पीडियाट्रिक विशेषज्ञ चार डाकटरों की तैनाती रहेगी। भरपूर संख्या में पैरामेडिकल स्टार तैनात किया है। दूसरी लहर से स्वास्थ्य विभाग ने यह सबक किया है कि जगह-जगह आक्सीजन प्लांट तैयार करा दिए गए है। अब आक्सीजन छोटे-बड़े आक्सीजन सिलेंडर को भी जुटा लिया है। जिले के सभी सीएचसी पीएचसी के डाक्टर, स्टाफ नर्स, नर्स को आइसीयू को चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है। वायरस ज्यादा प्रभावित करता है तो ये सभी व्यवस्था को संभाल लेंगे। सुविधाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पीठ थपथपाकर गए है। यह है स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था

-पीकू और नीकू सेंटर 40 बेड का बनाया गया है। इसमे 25 आइसीयू बेड रहेंगे। बाकी सभी पर आक्सीजन की सुविधा रहेगी। आक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर भी भरपूर मात्रा में है। सभी सीएचसी पर दो-दो आइसीयू बेड व्यवस्था रहेगी। बड़ों के लिए 75-75 बेड के खेकड़ा और सरूरपुर सीएचसी है। यहां भी आक्सीजन की कमी नहीं होगी। जरूरत पड़ने पर प्राइवेट भी अधिकृत किए जाएंगे।

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--पहली और दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर में स्वास्थ्य विभाग के पास संसाधनों की कमी नहीं होगी। पीकू-नीकू सेंटर तैयार है। आक्सीजन की कमी नहीं होगी। प्राइवेट अस्पतालों के भी विपरीत परिस्थितियों में अधिकृत कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने तारीफ की है।

डा. दिनेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी।

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