एक्सपायर होने लगे रेमडेसिविर इंजेक्शन, अन्य उपकरण पर्याप्त

कोरोना की तीसरी लहर को जिले में ध्वस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुटा है। विभाग के पास बचाव के बाकी संसाधन तो हैं लेकिन रोग को हराने के लिए उपलब्ध दवाएं एक्सपायर हो रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 06:49 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 06:49 PM (IST)
एक्सपायर होने लगे रेमडेसिविर इंजेक्शन, अन्य उपकरण पर्याप्त
एक्सपायर होने लगे रेमडेसिविर इंजेक्शन, अन्य उपकरण पर्याप्त

बागपत, जेएनएन: कोरोना की तीसरी लहर को जिले में ध्वस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुटा है। कोरोना किट बांटी जा रही है। शासन से स्वास्थ्य विभाग को मिले रेमडेसिविर इंजेक्शन अब एक्सपायर होने लगे हैं, लेकिन अन्य उपकरण भरपूर मात्रा में हैं। विभाग का दावा है कि तीसरी लहर को बेअसर कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य से संबंधित किसी को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग जिले में कोरोना को बेअसर करने के लिए तो जीतोड़ मेहनत कर रहा है। मेहनत इतनी हो रही है कि अधिकारी दवाओं को भूलकर अन्य संसाधनों की पूर्ति में लगे हुए हैं। विभाग के पास जरूरी दवा उपलब्ध नहीं है। कोरोना किट के सहारे ही तीसरी लहर में लोगों को स्वस्थ रखा जाएगा। लापरवाही भी इतनी बरती गई है कि हजारों रुपये कीमत के रेमडेसिविर इंजेक्शन को एक्सपायर कर दिया गया। जो बचे हैं, उनकी भी एक्सपायरी तिथि नजदीक है। जीवन रक्षक दवा फेरापिराविर दवा नहीं है। खुद के बचाव के साधन स्वास्थ्य विभाग के पास भरपूर मात्रा में है। आक्सीजन की भले ही कमी न रहे, लेकिन जीवनरक्षक दवा न होना विभाग के सामने बड़ी चुनौती है। अभी विभाग का आक्सीजन पर ही सबसे ज्यादा फोकस है। अधिकारी तीन प्लांटों को शुरू कराने में लगे हुए हैं।

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स्वास्थ्य विभाग के पास आवश्यक सामग्री

--पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) 14486, एन-95 मास्क 25093, ट्रिपल लेयर मास्क 279500, वीटीएम 244510, दस्ताने 87040, हाइपोक्लोरिक एसिड 12200 लीटर, एचसीक्यू 200 मिग्रा 44200 हैं।

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--जिले में कोरोना के कम केस मिल रहे हैं। एक्टिव केस भी छह हैं। तीसरी लहर से बचाव के लिए जिले में संसाधन और जरूरी सामग्री भरपूर है। कुछ रेमडेसिविर इंजेक्शन एक्सपायर हुए हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक को कोरोना किट बांटी जा रही है। जिसमें जरूरी दवा है, जो कोरोना के लक्षण वाले मरीज लेने की सलाह दी है।

डा. दिनेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी।

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