झमाझम बारिश..राहत के साथ बरसी आफत
बुधवार रात से शुरू हुई झमाझम बारिश गुरुवार को भी जारी रही।
बागपत, जेएनएन। बुधवार रात से शुरू हुई झमाझम बारिश गुरुवार को भी जारी रही। बारिश से लोगों को उमसभरी गर्मी से राहत मिली। वहीं, गन्ना और धान फसलों के लिए बरसात अच्छी रही। हालांकि कहीं मकान और भी गिरीं। सड़कों पर जलभराव हुआ और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई।
दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे और मेरठ-बागपत हाईवे पर जलभराव होने से जहां दोनों हाईवे का निर्माण थम गया। इससे वाहनों के आवगमन में दिक्कत हुई। अन्य मार्गो पर जलभराव से सड़कें नदी जैसी दिखने लगी। जिला अस्पताल के सामने सड़क पर जलभराव से मरीजों को परेशानी हुई। सरुरपुरकलां, खेड़की, गांधी, फखरपुर समेत तमाम गांवों में तालाबों के ओवरफ्लों होने से पानी गलियों और मकानों में घुस गया। वहीं, फखरपुर के ग्रामीणों ने जलभराव की वीडियो बनाकर विधायक योगेश धामा के ग्रुप पर डाली। एक दर्जन गोआश्रय स्थलों में जल भराव होने से हजारों गोवंश परेशान हुए। पेयजल की हुई समस्या
बागपत, अग्रवाल मंडी, खेकड़ा, अमीनगर सराय और बड़ौत समेत जिले के 150 से ज्यादा गांवों और कस्बों में रातभर बिजली आपूर्ति ठप रही। इससे लोग पेयजल तक को तरस गए। लाइनों में फाल्ट आने से दर्जनों गांवों की बिजली बहाल नहीं हो सकी है। एक्सईएन अमरपाल सिंह ने कहा कि अनेक गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल करा दी है। बाकी गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल कराई जा रही हैं। खेकड़ा और रटौल में मकान भी गिरे। जिला कृषि अधिकारी डा. सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि गन्ना और धान की फसल के लिए बारिश लाभदायक है। एसडीओ महेश कुमार खोखर ने कहा कि गुरुवार को बागपत में 23 मिमी बारिश हुई है। यमुना के जल स्तर में मामूली इजाफा
यमुना नदी के जल स्तर में भी मामूली इजाफा हुआ है। तीन दिन पूर्व यमुना में उत्तराखंड बैराज से 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो अब जिले को पास कर गया है। सिचाई एक्सईएन संजीव चौधरी ने कहा कि यमुना में वर्तमान में दो हजार क्यूसेक पानी बह रहा है जिससे कोई खतरा नहीं है।